जम्मू-कश्मीर में एनआईए ने टेरर फंडिंग केस की जांच करते हुए एलओसी ट्रेडर के घर की छापेमारी
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में एनआईए ने टेरर फंडिंग केस की जांच करते हुए मंगलवार को कश्मीर के व्यापारी गुलाम अहमद वानी के घर पर छापेमारी की है। इस कार्रवाई में एजेंसी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए हैं। भारत-पाक के बीच क्रॉस एलओसी ट्रेड का काम करने वाले अहमद वानी पर हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की साजिश में संलिप्त होने का शक है और इसी आधार पर एजेंसी ने उनके ठिकानों पर छापा मारा है। जानकारी हो कि जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग केस की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने सुबह एक बार फिर एक व्यापारी के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। एनआईए ने सोमवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थित केलर इलाके में बिजनसमैन गुलाम अहमद वानी के घर पर छापेमारी की है। भारत-पाक के बीच क्रॉस एलओसी ट्रेड का काम करने वाले वानी पर हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की साजिश में संलिप्त होने का शक है और इसी आधार पर एजेंसी ने उनके ठिकानों पर छापा मारा है। जानकारी हो कि कि एनआईए ने जमात-उद-दावा, दुखतारन-ए-मिल्लत, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जम्मू-कश्मीर के दूसरे अलगाववादी समूहों के खिलाफ फंड जुटाने को लेकर 20 मई 2017 को एक मामला दर्ज किया था। एनआईए ने 13 आरोपियों पर इस संदर्भ में आरोप-पत्र दाखिल किया है। इसमें अलगाववादी नेता, हवाला कारोबारी और पत्थरबाज शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, टेरर फंडिंग के मामले की पड़ताल कर रही एनआईए ने गुलाम अहमद वानी के केलर स्थित आवास पर छापेमारी की है। गुलाम अहमद वानी के घर पर मंगलवार सुबह छापेमारी कर कई महत्वपूर्ण कागज और अन्य सामान जब्त किया है। एजेंसी सूत्रों के अनुसार, एनआईए अब इन दस्तावेजों के जरिए कश्मीर घाटी में टेरर फंडिंग के राज तलाशने में जुटी हुई है। बता दें कि इससे पहले भी एजेंसी के अधिकारियों ने कश्मीर के तमाम जिलों में अलगाववादी नेताओं और व्यापारियों के घर पर छापेमारी की थी।