विदेश मंत्रालय ने जाकिर के प्रत्यर्पण से संबंधी विवरण सार्वजनिक करने से किया इन्कार
नई दिल्ली । इस्लाम धर्म के प्रचारक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण से जुड़ा विवरण विदेश मंत्रालय ने सार्वजनिक करने से इन्कार कर दिया है। जाकिर इस समय मलेशिया में है और उसे भारत के सिपुर्द करने के लिए विदेश मंत्रालय ने वहां की सरकार से संपर्क किया है। जाकिर पर आतंकवाद फैलाने का आरोप है और भारत में उसके खिलाफ जांच चल रही है। एक पत्रकार के आरटीआइ आवेदन पर विदेश मंत्रालय ने बताया कि विभिन्न देशों में रह रहे आरोपियों के प्रत्यर्पण के लिए 160 अनुरोध पत्र लंबित हैं। जाकिर के मामले में भारत के अनुरोध पत्र और उस पर मलेशिया के जवाब की जानकारी देने से सरकार ने यह कहकर इन्कार कर दिया है कि सूचना के अधिकार अधिनियम के प्रावधान इसकी अनुमति नहीं देते। संवेदनशील मामलों से जुड़े आरोपियों के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। भारतीय नागरिक जाकिर जुलाई 2016 से भारत से बाहर है। उस पर आतंकवाद फैलाने और अवैध तरीके से धन को देश से बाहर भेजने का आरोप है। जाकिर के मलेशिया में होने की जानकारी मिलने के बाद विदेश मंत्रालय ने उसके प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक पत्र जनवरी में मलेशिया सरकार को भेजा था। मलेशिया में जाकिर ने वहां के प्रधानमंत्री महातिर मुहम्मद से भी मुलाकात की थी। उसके बाद महातिर ने कहा कि जाकिर से जुड़े पूरे मामले को वह देखेंगे, इसके बाद तथ्यों के आधार पर प्रत्यर्पण संबंधी अनुरोध पर विचार किया जाएगा।