स्पर्श गंगा परिवार ने सरकार से की मांग, मां गंगा को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाए
हरिद्वार। स्पर्श गंगा परिवार ने कनखल स्थित स्पर्श गंगा कार्यालय में गंगा उत्सव मनाया गया। 4 नवंबर 2008 को गंगा को भारत की राष्ट्रीय नदी घोषित करने के उपलक्ष में स्पर्श गंगा ने गंगा उत्सव मनाया एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया और सरकार से मांग की कि मां गंगा को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाए।
गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए स्पर्श गंगा संयोजिका रीता चमोली ने कहा कि गंगा भारत की सबसे लंबी नदी है। जिसका उद्गम उत्तराखंड के गंगोत्री ग्लेशियर से हुआ है। हम उत्तराखंड के निवासी हैं और गंगा का जन्म स्थल उत्तराखंड है यह सोचकर हम सब स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं।
इस अवसर पर स्पर्श गंगा कार्यकर्ता रजनी वर्मा ने कहा कि गंगा देश के बड़े हिस्से को उपजाऊ बनाती है। देश के बड़े भूभाग को सिंचित करती हुई गंगा हमारे जीवन का आधार है। मनुष्य के जन्म से लेकर अंतिम क्रिया तक सब में गंगाजल की आवश्यकता पड़ती है। हम सब जानते हैं कि जीवनदायिनी मोक्षदायिनी गंगा आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है और इस लड़ाई में स्पर्श गंगा परिवार मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त कर निरंतर उसकी स्वच्छता एवं अविरलता बनाए रखने के लिए है संकल्पबद्घ है।
इस अवसर पर स्पर्श गंगा द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए जिनमें छोटे-छोटे बच्चों ने गंगा ष्गंगा मंदिर, गंगा अवतरण आदि नृत्य नाटिकाओं के द्वारा मां गंगा का चरण वंदन किया ! कार्यक्रम का संचालन रीमा गुप्ता ने किया ! कार्यक्रम में रीता चमोली, रेनू शर्मा, मंजू रावत, अमरीन, रूबी बेगम, विमला ढोडियाल, सविता पवार, राजेश लखेरा, रीमा गुप्ता, अंश मल्होत्रा, रजनीश आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में साक्षी, मीनाक्षी, अर्पित रिद्धि राजवंश, साक्षी, मीनाक्षी बच्चों ने सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।