सोंलहवीं शताब्दि से है अष्टखम्भा प्राचीन गंगा मंदिरः-पुरोहित देशबन्धु शर्मा जी
हरिद्वार। वैसे तो एस0डी0 न्यूज की टीम कल रात्रि को गंगा आरती के समय महाकुम्भ कवरेज के लिये हरिद्वार पहुंच गयी थी, आज सुबह गंगा स्नान के पश्चात हमारे संवाददाता अपने कैमरामेन के साथ हर की पौड़ी स्थित प्राचीन गंगा मंदिर जो कि अष्ठखम्भा के नाम से भी जाना जाता है वहां के मुख्य पुरोहित श्रीमान देशबन्धु शर्माजी से भेंट की व उनसे इस पं्राचीन गंगा मंदिर व इसके अष्ठखम्भा नाम के बारे में जानकारी ली। साक्षात्कार के दौरान मुख्य पुरोहित जी ने बताया कि उनकी चैथी पीढ़ी गंगा सेवा में चल रही है और हमारे बाद पांचवी पीढ़ी इस मंदिर की देखभाल व गंगा सेवा को तत्पर रहेगी। उन्होंने बताया कि अष्ठखम्भा गंगा मंदिर सोलवी शताब्दि से है, उन्होंने बताया कि किस प्रकार मुगलों के आक्रमण के बाद फिर से घाटों व मंदिर का निर्माण किया गया, उन्होंने बताया कि महाकुम्भ व अर्द्धकुम्भ में क्या भेद होता है और कब कब और कहां कहां पर इन चारों कुम्भ का आयोजन किया जाता है। सम्पूर्ण जानकारी के लिये नीचे दिये गये वीडियो पर क्लिक करेंः-