वरिष्ठ कांग्रेस नेता व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश का निधन, उत्तराखंड में शोक की लहर
-राज्यपाल, सीएम, विधानसभा अध्यक्ष समेत विभिन्न दलों ने नेताओं ने इंदिरा के निधन पर दुख व्यक्त किया
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश का रविवार को निधन हो गया। उनके निधन से उत्तराखंड में शोक की लहर छा गई। इंदिरा हृदयेश कांग्रेस संगठन की एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए नई दिल्ली गई हुई थीं। वहां उत्तराखंड सदन में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। इंदिरा हृदयेश की मौत से उत्तराखंड कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश की उम्र 80 साल थी। वह उत्तराखंड की राजनीति में आयरन लेडी के नाम से प्रसिद्ध थीं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत विभिन्न दलों के नेताओं ने इंदिरा ह्रदयेश के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
इंदिरा ह्रदयेश ने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत उत्तर प्रदेश से की और उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष के रूप में समाप्त की। इंदिरा के पार्थिव शरीर को दिल्ली से हल्द्वानी लाया जा रहा है। उनकी अंत्येष्टी सोमवार को की जाएगी। कोरोना संक्रमण के बाद से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य व सीएम तीरथ सिंह रावत ने वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री और उत्तराखण्ड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। राज्यपाल ने कहा कि महिला राजनेता के रूप में उत्तराखंड राज्य और अपने कार्यकर्ताओं के बीच विशेष पहचान बनायी, जिसके लिए वह हमेशा स्मरण की जायेंगी।
उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उनके निधन से पार्टी को नुकसान पहुंचा है जिसकी भरपाई करना आसान नहीं हो पाएगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित पूर्व विधायकों ने भी डॉ. हृदयेश के निधन पर गहर दुख व्यक्त किया है। सांसद अनिल बलूनी ने भी डॉ. इंदिरा हृदयेश को श्रद्धांजलि दी है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी डॉ. हृदयेश के निधन पर दुख व्यक्त किया है। कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे ने इंदिरा के निधन को सम्पूर्ण प्रदेश-समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया। कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने इंदिरा के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के समय से राजनीति में डॉ. इंदिरा के अनुभवों का लाभ मिलता रहा है, आज उनके असमय चले जाने से प्रदेश को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई असंभव है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और नेता प्रतिपक्ष डॉ इन्दिरा हृदयेश का निधन राज्य की बड़ी क्षति है। उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ हृदयेश के उत्त्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड के राजनैतिक सफर में उनसे एक सीख मिली कि एक सकारात्मक राजनीति कैसे की जाती है।