राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में थे आतंकी
गुवाहाटी। असम में सोमवार को गिरफ्तार किए गए तीनों आतंकी अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश में अशांति फैलाना चाहते थे। सोशल नेटवर्किग साइट के जरिये इन लोगों ने बम बनाना सीखा और असम तथा दिल्ली में धमाके की साजिश रच रहे थे। राज्य के संसदीय कार्य मंत्री चंद्र मोहन पटवारी ने गुरुवार को विधानसभा में शून्य काल के दौरान बताया, ’25 नवंबर को गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपित आतंकी संगठन आइएस से प्रेरित थे। वे असम के ग्वालपाड़ा जिले में चल रहे स्थानीय उत्सव में विस्फोट करने की साजिश रच रहे थे। सोशल मीडिया पर उनकी गतिविधियों की निगरानी के बाद सुरक्षा एजेंसी ने पुष्ट की कि तीनों आइएस के प्रति निष्ठा रखते हैं।’
अगप विधायक प्रबींद्र डेका व प्रदीप हजारिका के नोटिस का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘ये लोग अयोध्या फैसले के बाद अशांति फैलाने की साजिश रच रहे थे। उन्होंने एक आइईडी बनाई थी और असम के दूधनोई रास उत्सव में विस्फोट कराना चाहते थे।’पटवारी ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की ओर से कहा, इन लोगों ने दिल्ली में भी इसी तरह के धमाकों की साजिश रची थी। सोनोवाल के पास गृह विभाग का भी प्रभार है। मंत्री ने बताया कि दो आरोपितों के घरों से आइईडी बनाने की चीजें भी जब्त की गई हैं। उल्लेखनीय है कि दिल्ली और असम पुलिस के एक संयुक्त अभियान में रंजीत अली, मुकद्दीर इस्लाम और लुइत जमील जमान को गिरफ्तार किया गया था। एक अदालत ने इन लोगों को 12 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।