गलत बयानबाजी के चलते पिटते-पिटते बचे भाजपा विधायक पुलिस ने उन्हें बमुश्किल भीड़ के चंगुल से निकाला
बनबसा। उत्तराखण्ड के बनबसा में नानकमत्ता विधायक ने हिंदुस्तानी ग्रामीणों को नैपाली कहा तो वो पिटते पिटते बचे और पुलिस ने उन्हें बमुश्किल भीड़ के बीच से मोटर साइकिल से सुरक्षित निकाला।
भारत के नैपाली सीमा से जुड़े चम्पावत जिले के स्ट्रांग फार्म में नानकमत्ता के विधायक प्रेम सिंह राणा ने शुक्रवार देररात विवादित बयान दिया, जिसके बाद थारू जनजाति के लोग भड़क गए। विधायक पंचायती चुनावों के लिए थारू जनजाति के लोगों को रिझाने वहां पहुंचे थे। सभा में मौजूद लोगों ने विधायक से उनकी जमीन के पट्टे देने की मांग की तो नानकमत्ता विधायक प्रेम सिंह राणा ने उनसे पूछा कि बामनपुरी के थारू लोग खटीमा के हैं या फिर नैपाली मूल के हैं ?
नैपाली शब्द सुनते ही ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने विधायक का विरोध करना शुरू कर दिया, उन्होंने विधायक को चारों तरफ से घेर लिया। विधायक राणा ने ग्रामीणों को थारू भाषा में समझाने का प्रयास भी किया लेकिन सब बेकार रहा। बाहरी विधायक के ऐसे सवाल करने के बाद ग्रामीण अपने विधायक कैलाश चंद गहतोड़ी के आग्रह के बाद भी नहीं माने, जिसके बाद पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस ने भी ग्रामीणों को काफी समझाया लेकिन भड़की भीड़ के चंगुल से दोनों विधायकों को पुलिस सुरक्षा में बाइक से ले जाया गया। गुस्साई भीड़ और नानकमत्ता विधायक प्रेम सिंह राणा(सफेद कपड़ों में गंजे)के बीच हुई नोकझोंक का वीडियो ग्रामीणों ने सोशल मीडिया में जोरों से वायरल कर दिया है।