आप की सरकार में होगा हर सैनिक का सम्मान, हर सैनिक होगा प्रदेश के नवनिर्माण में भागेदारः गोपाल राय
देहरादून। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली में कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने उत्तराखंड की जनता से जुड़ते हुए नव परिवर्तन संवाद किया। उन्होंने कहा कि 14 फरवरी को चुनाव आयोग ने मतदान के द्वारा अपने भविष्य को चुनने का फैसला किया है। उत्तराखंड पहले उत्तर प्रदेश का हिस्सा हुआ करता था यहां के हजारों लोगों ने अपना बलिदान देते हुए अपनी त्याग और तपस्या से इस प्रदेश का निर्माण करवाया उन लोगों के कई सपने थे यहां के लोगों ने आखिर इतना बड़ा आंदोलन किया, क्यों उन्होंने कहा कि जब 14 फरवरी को वोट देने जाएं तो इन सभी बातों को अपने दिमाग में रखें उन्होंने कहा कि इस राज्य का निर्माण इसलिए किया गया ताकि यहां के संसाधनों का उपयोग यहां के बेहतर भविष्य के लिए किया जा सके जो राज्य बनने से पहले नहीं हो रहा था।
उन्होंने कहा कि राज्य बनने से पहले उत्तराखंड से लगातार पलायन हो रहा था यहां की स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई थी। यहां की शिक्षण संस्थाएं बुरी तरीके से प्रभावित थी सभी गांव वीरान हो चुके थे गांव में स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुंच पाती थी पहले भ्रष्टाचार बहुत ज्यादा था जो लगातार बढ़ रहा था यहां के लोगों को जो अवसर मिलने चाहिए थे रोजगार के वह नहीं मिल पा रहे थे इसीलिए नए राज्य के लिए यहां की माताओं और बहनों समेत प्रदेश के लोगों ने आंदोलन किया और नए राज्य का गठन हुआ। आज राज्य को बने 21 साल पूरे हो चुके हैं लेकिन इन 21 सालों में भी कुछ नहीं बदला आज भी वही स्थिति है जो 21 साल पहले किस राज्य की थी इन 21 सालों में 10 साल कांग्रेस ने शासन किया तो 11 साल भारतीय जनता पार्टी ने शासन किया यहां सिर्फ पार्टियां बदलती रहे, नेता बदलते रहे ,मुख्यमंत्री बदलते रहे लेकिन उत्तराखंड के हालातों में कोई बदलाव नहीं आया। उन्होंने कहा,उत्तराखंड में पलायन पहले से ज्यादा बढ़ चुका है यहां बेरोजगारी पहले से ज्यादा बढ़ चुकी है यहां के लोगों की पहाड़ों में अगर तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर करते हुए देहरादून हल्द्वानी या फिर दिल्ली जाना पड़ता है। यहां शिक्षा के जो बेहतर अवसर होने चाहिए थे वह पहले से और भी बदतर हो गए सरकारी स्कूलों में आज ताले लग चुके हैं ।21 साल दोनों ही दलों को मौका देने के बाद भी आज उत्तराखंड के लोग अपने आप को ठगा हुआ महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की दुर्दशा इसलिए है क्योंकि इन 21 सालों में उत्तराखंड के लोगों को कोई विकल्प नहीं मिल पाया ताकि उस चक्रव्यू से बाहर निकल सके कांग्रेस और बीजेपी लोगों की मजबूरी बन चुकी थी इसलिए इन दोनों की सरकारें जनता बनाती थी। उत्तराखंड के लोग मजबूरी की सांसे ले रहे थे कि आखिर कब उन्हें इन दोनों ही दलों से छुटकारा मिलेगा आज उत्तराखंड के अंदर आम आदमी पार्टी एक नई उम्मीद एक नया अवसर एक नई तरक्की लेकर आई है। इसलिए गंगोत्री से लेकर खटीमा तक हरिद्वार से लेकर पिथौरागढ़ तक पहाड़ से लेकर मैदान तक चारों तरफ एक ही बात की चर्चा है कि हमने बार-बार कांग्रेस भाजपा को देखा अबकी बार आम आदमी पार्टी को मौका देना है। अरविंद केजरीवाल को मौका देना है कर्नल कोठियाल को मौका देना है। आखिर क्यों यह आवाज उत्तराखंड में गूंज रही है आखिर क्यों महिलाएं आम आदमी पार्टी को वोट देना चाहती हैं आखिर क्यों बुजुर्ग आम आदमी पार्टी को वोट देना चाहते हैं आखिर क्यों उत्तराखंड के युवा डोर टू डोर घूमकर आम आदमी का प्रचार कर रहे हैं। यहां के फौजी भी आज आम आदमी पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं क्योंकि यह सभी लोग जानते हैं कि आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जो रोल मॉडल स्थापित किए हैं उनसे पूरा देश भलीभांति वाकिफ है।