डीएम, एसएसपी व अन्य अधिकारी जुड़े सीएम की वीडियो कान्फ्रेसिंग से
देहरादून। आगामी मानसून अवधि में सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार पुष्कर सिंह धामी ने वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी जनपदोें के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मुख्यमत्री ने सभी विभागों को मानसूनकाल में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए अपने-अपने विभागों की तैयारी परखने तथा निगरानी के साथ ही सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान एवं संचार व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश दिए। साथ ही तहसील स्तर पर मानव संसाधन एवं उपकरण, दूरस्थ क्षेत्रों में त्वरित रिस्पान्स हेतु ग्रामीणों को प्रशिक्षण देते हुए सम्भावित आपदा से निपटने में सहयोग प्राप्त करनेे हेतु प्रोत्साहित करें, तथा अच्छा कार्य करने वालों को सम्मानित भी करें। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को उनके क्षेत्रों में जहां बाढ़, भू-स्खलन, जलभराव तथा ऐसी सड़कें जो आपदा से प्रभावित रहते हैं उनका चिह्निकरण करते हुए ऐसे स्थानों पर आपदा के दृष्टिगत बचाव हेतु मानव संसाधन उपकरण आदि व्यवस्थाएं पूर्व में ही बना ली जाएं ताकि सम्भावित आपदा में जानमाल के नुकसान से बचा जा सकें। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को वर्तमान में फायर सीजन के दृष्टिगत राजस्व, वन विभाग एवं पुलिस विभाग के साथ बैठक कर वनाग्नि पर काबू पाने हेतु विभागों द्वारा बनायी गई योजनाओं योजना की समीक्षा करें। उन्होंने विद्युत विभाग को सम्भावित आपदा के दौरान विद्युत व्यवस्था बनाये रखने की तैयारियों के संबंध में कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जनपद देहरादून में एनआईसी सभागार से जिलाधिकारी डॉ0 आर राजेश कुमार एवं डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मजेय खण्डूरी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी वीडियो कान्फ्रेसिंग से जुड़े रहे।
मुख्यमंत्री श्री धामी द्वारा मानसून अवधि में सम्भावित आपदाओं से निपटने हेतु दिए गए निर्देशों के क्रम में एनआईसी सभागार देहरादून में जिलाधिकारी डॉ0 आर राजेश कुमार ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग यथा लोनिवि, जलस्थान, पीएमजीएसवाई, पेयजल, नगर निगम, विद्युत, पुलिस, सिंचाई, राजस्व आदि संबंधित विभागों के अधिकारियों को अपने-अपने विभाग से संबंधित तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही नगर निगम को देहरादून एवं ऋषिकेश को नदी नालों, नालियों की सफाई का कार्य मानसून पूर्व ही पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग एवं पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को सड़क मार्गों पर ऐसे जोन जहां भू-स्खलन होने तथा मलवा आने की संभावना रहती है का चिह्निकरण कर लें। उन्होंने ऐसे सभी विभागों के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए साथ ही अगली बैठक में सभी विभागों को अपने-अपने विभाग से संभावित आपदा से निपटने हेतु बनाई गई कार्य योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसील स्तर पर इंटिग्रेटेड कन्ट्रोल रूम बनाए जाने के निर्देश दिए जो 24×7 कार्य करे। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को तहसील स्तर पर मानसून के दृष्टिगत बनाये जाने वाले कन्ट्रोल रूम हेतु कार्मिकों की तैनाती आदि व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसील स्तरों पर बाढ़ चौकी सक्रिय करने तथा बेहतर समन्वय हेतु चौकियों पर वायरलैस सैट रखने के निर्देश दिए साथ ही सभी अधिकारियों को आपदा के दृष्टिगत आपसी समन्वय से कार्य करते हुए त्वरित सूचनाओं के आदान-प्रदान के निर्देश दिए। उन्होंने तहसील स्तर पर संभावित आपदा के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया हेतु व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने संभावित आपदा के दौरान स्वास्थ्य विभाग को दवाईयां, एंबुलेंस आदि की व्यवस्था खाद्य विभाग को खाद्य आपूर्ति आदि की पर्याप्त व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश दिए। साथ ही समस्त विभागों को अपने ई-मेल आईडी एवं दूरभाष नम्बर साझा करने के निर्देश दिए। एनआईसी सभागार में डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मजेय खण्डूरी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के. मिश्रा, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कमलेश उपाध्याय, संभागीय परिवहन अधिकारी सुनील शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिहं कण्डारी, जिला पर्यटन अधिकारी जे.एस. चौहान, जिला आपदा प्रंबधन अधिकारी दीपशिखा रावत, सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।