ड्रग्स के विरूद्ध कार्यवाही को और अधिक प्रभावी करने को लेकर हुआ विचार-विमर्श
देहरादून। “नशा मुक्त भारत पखवाड़ा अभियान” के अंतर्गत सरदार पटेल भवन स्थित सभागार कक्ष में आम जन को ड्रग्स के प्रति संवेदनशील करने और ड्रग्स के विरूद्ध जन जागरूक करने हेतु एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में उत्तराखण्ड राज्य के विभिन्न विभागों जैसे शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, चिकित्सा विभाम व औषधि विभाग के अधिकारियों के अलावा नशा मुक्ति केन्द्र के संचालकों, मनोवैज्ञानिकों द्वारा ड्रग्स के विरूद्ध कार्यवाही को और अधिक प्रभावी करने के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया। सेमिनार में ड्रग्स जागरूकता पखवाड़ा के अन्तर्गत राज्य के सभी जनपदों में कला, पोस्टर, निबन्ध प्रतियोगिता के माध्यम से ड्रग्स जागरूकता में प्रथम आने वालों बच्चों को पुलिस महानिदेशक द्वारा पुरूस्कृत करने के साथ ही जनपद स्तर पर ड्रग्स के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने वाले पुलिस अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्याशाला को सम्बोधित करते हुए अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी का ड्रीम है कि देवभूमि को 2025 तक ड्रग्स फ्री बनाना है। ये चैलेंज बड़ा है क्योंकि बड़े-बड़े इण्टरनेशनल ड्रग्स माफिया है जो बहुत बड़ी संख्या में है। जो देश को खोखला कर रहें है ताकि हमारे देश की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर कर सके। हमें बच्चों को ड्रग्स सेवन करने से जुड़ी समस्याओं जैसे हताशा, अवसाद आदि से बाहर निकालना है। युवा अपनी उर्जा को सकारात्मक क्रिया-कलापों खेल, पढाई, कल्चरल एक्टीविटी आदि में लगाएं और ड्रग्स से दूर रहें। इसके लिए सप्लाई साइड पर ध्यान देना होगा। काउंसलिंग को भी जरूरी बताया और सेंट्रल गवर्नमेंट के हेल्प लाईन नम्बर-14446 को भी मददगार बताया। उन्होनें बताया कि ड्रग्स के खिलाफ हम सभी को एकजूट होना पड़ेगा हम ड्रग्स सप्लाई को जीरों टॉलरेंस पर लाना चाहते है। डिमांड को जीरों करने में सोसायटी और यूनिवर्सिटीज का रोल है लेकिन सप्लाई करनें में इस प्रकार के लोग जो स्वयंसेवी लोग और पुलिस का मुख्य रोल है। पुलिस और सभी ेजंाम ीवसकमते को एक होना पड़ेगा तभी सफलता प्राप्त होगी। हमने पिछले 3-4 सालों में एंटी नॉरकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा अभियान चलाया है इन लोगों पर गैंगस्टर एक्ट लागाना शुरू किया है। उनकी प्रॉपर्टीज जब्त किया है। इस अभियान को ओर आगे बढ़ाना पडेंगा।
इस दौरान अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने सभी उपस्थित लोगों को नशे के विरोध में शपथ दिलायी गयी। इसके साथ ही सभी लोगों ने नशे के विरूद्ध हस्ताक्षर भी किये। सेमिनार में अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था पी रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, प्रशिक्षण, बरिन्दरजीत सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षकध्वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दलीप सिंह कुंवर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ आयुष अग्रवाल सहित जनपद के सभी राजपत्रित अधिकारी व एन.सी.सी. केडेट उपस्थित रहे।