दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल झूठ फैलाने वाली एक चलती फिरती यूनिवर्सिटीः सुरेश जोशी
देहरादून। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झूठ फैलाने वाली एक चलती फिरती यूनिवर्सिटी है। उत्तराखंड के लोग पढ़े लिखे हैं। वह इन झूठे वायदों पर कतई विश्वास नहीं करते हैं। यह बात एक भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कही। उन्होंने केजरीवाल के दिल्ली मॉडल पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली में कितने युवाओं को रोजगार मिला, कितनी महिलाओं को ₹1000 महीने मिलता है। दिल्ली मॉडल की बात करने वाले मुफ्त बिजली देने की बात करते हैं। लेकिन दिल्ली के करोल बाग में रह रहे छात्रों से पूछा जाए तो पता चलेगा कि 12.50 प्रति यूनिट के हिसाब से वह मकान मालिकों को बिजली का बिल अदा कर रहे हैं।
महिलाओं के लिए जो मोहल्ला क्लीनिक की वो जगह जगह बात करते हैं, दिल्ली में जाकर महिला मोहल्ला क्लीनिक की क्या स्थिति है । इस तरह वह नजर फिरा देते हैं, वहां ना वह दवाई है ,ना कोई चिकित्सक। अधिकांश दिल्ली में मोहल्लों में कोई महिला क्लीनिक नहीं चल रही है। जो केजरीवाल कभी भ्रष्टाचार, मुफ्त ,बिजली, पानी और स्कूल के मुद्दे पर चुनाव लड़ती थी । वह आज उत्तर प्रदेश में राम के नाम का सहारा ले रही है। जो कभी राम का नाम तक नहीं लेते थे। हर प्रदेश में वह अलग-अलग झूठे झांसे देकर लोगों में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। केजरीवाल की नीति स्पष्ट है कि वह सत्ता के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है । केजरीवाल सरकार जो भ्रष्टाचार की बात करती थी उसने 70 लाख रुपये मोदी सरकार की आलोचना करने में खर्च कर दिये। दिल्ली में गरीबों के लिए केंद्र की योजनाओं को बाधित कर दिया। आम आदमी पार्टी को दिल्ली के लोगों ने एक व्यवस्था के विकल्प के रूप में देखा था। लेकिन इस पार्टी ने केवल सत्ता हासिल कर जनता को ठगने का काम किया। आज आम आदमी पार्टी एक ही व्यक्ति के केंद्र में रह गई है। यदि किसी ने आलोचना की तो उसको बाहर का रास्ता दिखा दिया। जोशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के रिश्तेदार दिल्ली में राज कर रहे हैं। महिला आयोग की अध्यक्षा हो या दो सांसद उनके परिवार के ही लोग हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आम आदमी पार्टी का कोई वजूद ही नहीं है। वह झूठ का सहारा ले रही है। वे उत्तराखंड में इतनी घोषणा कर रहे हैं इतना पैसा कहां से आएगा। सरकार का जितना सालाना बजट है उससे अधिक तो वह मुफ्त में देने की बात कर रहे हैं। जिसको उत्तराखंड की जनता भली-भांति जानती है वह अरविंद केजरीवाल के झांसे में कभी नहीं आने वाली हैं।