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चांदबाग में हुए दंगे सुनियोजित थे,पार्षद ताहिर हुसैन और उमर खालिद ने रची थी साजिश

नई दिल्ली। सीएए और एनआरसी के विरोध में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भीषण दंगे के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं पूरी सुनियोजित थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दिल्ली आते ही देशद्रोह के आरोपित जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने समुदाय विशेष के लोगों के साथ बैठक कर साजिश रच दंगे कराना शुरू कर दिया था। चांदबाग में हुए दंगे से एक दिन पहले उसने आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के साथ बैठक कर साजिश रची थी। ताहिर ने एक दिन पहले खजूरी खास थाने में जमा अपनी लाइसेंसी पिस्टल भी ले आया था, जिसका इस्तेमाल उसने दंगे में किया। उमर खालिद व ताहिर हुसेन दंगे के मास्टरमाइंड निकले। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुए दंगों के दो मामलों में मंगलवार को क्राइम ब्रांच द्वारा दायर किए गए आरोप पत्र में उक्त तथ्यों का जिक्र किया गया है। दंगों के दौरान 53 लोगों की हत्या की गई थी। हत्या के उक्त 53 मामले समेत छह अन्य मामले की जांच के लिए क्राइम ब्रांच में तीन एसआइटी का गठन किया गया था। उन्हीं में दो मामले में कड़कड़डूमा कोर्ट में आरोप पत्र दायर किए गए। हवलदार दीपक दहिया पर दंगे के दौरान पिस्टल तानने वाले ड्रग तस्कर शाहरुख पठान मामले में क्राइम ब्रांच पहले ही आरोप पत्र दायर कर चुकी है।

पहला मामला जाफराबाद दंगा 25 फरवरी को 66 फूटा रोड पर क्रिसेंट पब्लिक स्कूल के बाहर व जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास भीषण दंगे हुए थे। दंगों के दौरान गोली लगने से अमन नाम के युवक की मौत हो गई थी। पुलिस को मौके से कारतूस के 35 खाली खोखे मिले थे। जिनमें 11 खोखे 7.65 एमएम, 8 एमएम के 7 कारतूस और 5.56 एमएम के 17 खोखे थे। इस मामले में अबतक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जांच से पता चला कि दंगे की गहरी साजिश रची गई थी। इस मामले में जेएनयू की छात्रा नताशा नरवाल और देवांगना कालिता को भी आरोपित बनाया गया है। नताशा और देवांगना दोनों का संबंध पिंजरा तोड़ संगठन से है। जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास दंगे की साजिश में दोनों शामिल थीं। इसके अलावा उमर खालिद द्वारा बनाए गए ग्रुप इंडिया अगेंस्ट हेट समूह में भी ये दोनों सक्रिय थी। एक आरोपित के वॉट्सऐप चैट में कुछ मैसेज मिले। उक्त मैसेज में दंगे के दौरान महिलाओं को क्या करना है, इस बारे में बताया गया था।

यह था मैसेज

  • घर में गर्म खौलते हुए पानी और तेल का इंतजाम करें।
  • बिल्डिंग की सीढ़ियों पर तेल, शैंपू या सर्फ डाल दें।
  • लाल मिर्च गर्म पानी में या पाउडर के रूप में प्रयोग करें।
  • दरवाजों को मजबूत करें, जल्द से जल्द ग्रिल या लोहे के गेट लगवाएं।
  • तेजाब की बोतलें घर में रखें।
  • बालकनी व छत पर ईंट और पत्थर रखें।
  • कार व बाइक से पेट्रोल निकाल कर रखें।
  • लोहे के दरवाजों में स्विच से करंट का इस्तेमाल करें।
  • एक इमारत से दूसरी इमारत में जाने के लिए रास्ते का इंतजाम करें।
  • बिल्डिंग के सारे मर्द हजरात एक साथ इमारत ना छोडें, कुछ लोग महिला सुरक्षा के लिए रुकें।

दूसरा मामला  ताहिर हुसैन केस यह मामला खजूरी खास थाने में दर्ज किया गया है। आरोप पत्र में बताया गया है कि 24 फरवरी की दोपहर सवा दो बजे ताहिर हुसैन के घर के बाहर भीषण दंगा हुआ था। उक्त मामले में ताहिर हुसैन सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ताहिर हुसैन ने यहां दंगे कराने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उसका छोटा भाई शाह आलम भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। ताहिर हुसैन की लाइसेंसी पिस्टल जिसका दंगों में प्रयोग किया गया जब्त कर ली गई है। दंगे से एक दिन पहले 22 फरवरी को ताहिर ने खजूरी खास थाने से पिस्टल वापस ली थी। विधानसभा चुनाव के दौरान उसने पिस्टल जमा करा दी थी। दंगे से पहले ताहिर ने खालिद सैफी और उमर खालिद के साथ मीटिंग की थी। ये दोनों उन लोगों के एक बड़े समूह का हिस्सा हैं जो दिल्ली में दंगे और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। ताहिर हुसैन के मकान की छत से ईंट, पत्थर, कांच की बोतलें, जिनमें तेजाब भरे थे और बोतल की गर्दन पर कपड़े के टुकड़े भरे हुए थे। छत से कुछ और भी ऐसी आपत्तिजनक वस्तुएं मिली, जो क्षेत्र में दंगे भड़काने में ताहिर हुसैन के साजिश में शामिल होने की ओर इशारा करती हैं।

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