आंचल के उत्पादों को बढ़ाने के साथ ही गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान रखा जाय
देहरादून। विधानसभा स्थित सभा कक्ष में सहकारिता, दुग्ध विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में नैनीताल दुग्ध संघ की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभागीय मंत्री डाॅ. रावत ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आंचल के उत्पादों को बढ़ाने के साथ ही उनकी गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान रखा जाय। ताकि लोगों को असानी से गुणवत्तायुक्त दुग्ध उत्पाद पर्याप्त मात्रा में मिल सके।
विभागीय सचिव आर मीनाक्षी सुंरदरम ने समीक्षा के दौरान दुग्ध संघ द्वारा साइलेज का बजट सरेंडर करने पर नाराजगी जताते हुए महाप्रबंधक दुग्ध संघ नैनीताल को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि साइलेज की बिक्री अपेक्षा से कम हुई है जिससे प्रतीत होता है कि योजना का प्रचार-प्रसार किसानों तक नहीं किया गया। वहीं बैठक में दुग्ध विकास निदेशक जीवन सिंह नाग्न्याल ने बताया कि जनपद में दुग्ध समितियों से उपार्जन में लगातार वृद्धि हो रही है। बैठक में तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने बताया कि वर्ष 2014-15 में जहां दुग्ध समितियों का उपार्जन औसतन प्रतिदिन 65040 किलोग्राम था जो वर्तमान में बढ़कार 83216 किलोग्राम हो गया है। दुग्ध संघ में सदस्यता को लेकर उन्होंने बताया कि वर्ष 2014-15 में जहां दुग्ध संघ से 26480 जुडे थे वहीं वर्तमान में इनकी संख्या 29075 है। नगरीय दुग्ध विक्रय जहां वर्ष 2014-15 में औसतन 67338 लीटर प्रतिदिन था वहीं यह बढ़कर अब वर्तमान में औसतन 83050 लीटर प्रतिदिन हो गया है। बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत, रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट, लालकुआं विधाक नवीन चंद्र दुमका, अध्यक्ष नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ मुकेश बोरा, उपाध्यक्ष नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ विरेंद्र सिंह मेहरा, सचिव दुग्ध विकास आर मीनाक्षी सुंदरम, निदेशक डेयरी विकास जीवन सिंह नागन्याल, संयुक्त निदेशक डेयरी विकास जयदीप अरोड़ा, उप निदेशक डेरी विकास संजय उपाध्याय, जी.एम. नैनीताल दुग्ध संघ अजय क्वीरा सहित कई विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।