लॉकडाउन के कारण आंध्र प्रदेश के एक सकूल में बिहार के करीब दो सौ बच्चे व उनके अभिभावक फंस गए
भोजपुर। बिहार सहित पूरे देश में करोना संक्रमण के कारण अचानक लॉकडाउन लागू कर दिया गया। इससे हजारों लोग दूसरे प्रदेशों में फंस गए हैं। इनमें स्कूली बच्चे व उनके अभिभावक भी शामिल हैं। ऐसा ही एक मामला आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में समाने आया है। वहां के विश्व शांति स्कूल में बिहार के दो सौ से अधिक स्कूली बच्चे व उनके अभिभावक फंस गए हैं। उन्हीं में से परेशान बिहार के बच्चों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर अपनी स्थिति बताई है। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से घर पहुंचने में मदद की गुहार लगाई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लगाई मदद की गुहार आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित विश्व शांति स्कूल में पढ़ने वाले बिहार के बच्चों में सर्वाधिक भोजपुर जिले के हैं। इन बच्चों ने वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की अपील की है। वीडियो में भोजपुर की रहने वाली एक बच्चियां वहां के हालात बयां करती हैं। वे बताती है कि वहां वे सब अकेले हैं। वहां बिहार के अलावा महाराष्ट्र व अन्य राज्यों के बच्चे भी फंसे हुए हैं। कई बच्चों के अभिभावक भी आकर फंस गए हैं।
अभिभावक बोले- बच्चे परेशान, आना चाहते घर वीडियो के सामने आने के बाद बच्चों के बिहार में रह रहे परिवार वाले परेशान हो गए हैं। भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के पकड़ी मोहल्ला निवासी सुनील पाल की पुत्री अमीषा, अनिल केशरी की पुत्री श्रुति तथा नवादा थाना स्थित रामनगर के रहने वाले संजीव कुमार की पुत्री दिव्या उसी स्कूल में पढ़ती हैं। गोढ़ना रोड निवासी अमरेंद्र चौबे के पुत्र आदर्श भी वहां पढ़ते हैं। अभिभावकों का कहना है कि केवल भोजपुर के 80 से अधिक बच्चे स्कूल की छुट्टी होने के कारण वहां फंसे हुए हैं। वे घर आना चाहते हैं, रो रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन में उनका आना संभव नहीं दिख रहा। बीते 22 मार्च को बच्चों को लाने गए दो दर्जन अभिभावक भी वहां फंस गए हैं।
अभिभावकों ने भी लगाई मदद की गुहार विजयवाड़ा में पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर व पूर्णिया सहित कई और जिलो के बच्चे फंसे हुए हैं। इन बच्चों के सामने आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है। स्वजनों को उम्मीद थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने पर वे बच्चों को ले आएंगे, लेकिन लॉकडाउन तीन मई तक के लिए बढ़ गया है। ऐसे में बच्चों के अभिभावकों ने भी मुख्यमंत्री से उनकी सकुशल घर वापसी में मदद की अपील की है।