झारखंड में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से भागी 76 छात्राएं, मचा हड़कंप
चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम के मझगांव प्रखंड में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 76 छात्राएं बुधवार की अहले सुबह 5:30 बजे विद्यालय से चुपचाप भाग गई हैं। एक साथ 76 लड़कियों के बिना किसी को कुछ बताए निकल जाने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। विद्यालय की वार्डन संगीता कुमारी ने लड़कियों केभागने की सूचना मझगांव थाना, बीडीओ और जिला शिक्षा विभाग को दे दी है। पुलिस की मदद से 18 छात्राएं वापस विद्यालय पहुंच गई हैं। शेष छात्राएं अपने-अपने घर चली गई हैं। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने मैट्रिक के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार अनुबंधित शिक्षकों को हटाने का आदेश दिया है। इसी के तहत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय मझगांव के 4 शिक्षक-शिक्षिकाओं को हटाने का नोटिस विद्यालय प्रबंधन को मिला है। छात्राएं संबंधित शिक्षकों के समर्थन में हैं। इस फरमान का विरोध करते हुए छात्राएं अपने अपने घर चली गई हैं। विद्यालय लौटी एक छात्रा ने बताया कि कस्तूरबा गांधी विद्यालय में शिक्षकों की कमी है। लेकिन शिक्षा विभाग ने चार शिक्षक-शिक्षिकाओं को हटाने का आदेश दे दिया। जिसके चलते कई शिक्षकों ने विद्यालय आना बंद कर दिया है। इस वजह से विद्यालय में पढ़ाई नही हो रही है। जब पढ़ाई नहीं हो रही है तो विद्यालय में रहने क्या मतलब है।
जानें, क्या कहती हैं वार्डेन शिक्षा विभाग से दो दिन पूर्व लिखित आवेदन भेजा गया है। इसमें आदेश है कि अनुबंधित शिक्षक शम्स तबरेज, पूनम मौलिक, मंजू बिरुवा व बंजा तेलंगना हो हटाकर नए शिक्षक-शिक्षिकाओं की बहाली की जाए। कुछ शिक्षकों ने विद्यालय उसी दिन से आना बंद कर दिया। बुधवार की सुबह छात्राएं बिना सूचना दिए सुबह 5:30 जब विद्यालय का गेट खुला तो दौड़ते हुए निकलकर भागने लगीं। 11 छात्राओं को वापस विद्यालय किसी प्रकार लाया गया है। सभी दसवीं की छात्राएं हैं। 76 छात्राओं ने भागने का निर्णय सामूहिक तौर पर लिया। सभी छात्राओं को खोजकर वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।