प्रदेश में बारिश के चलते मलबे की चपेट में आने से 5 लोगों की मौत
कोटद्वार/चंपावत। उत्तराखंड में बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। बारिश के कारण आए मलबे में दबने की वजह से कोटद्वार में दो महिला, एक बच्ची और चंपावत में दो लोगों की मौत हो गई। कोटद्वार में मजदूरों के परिवार के लिए यह बारिश काल बनकर आई है। सोमवार को लैंसडौन के पास होटल निर्माण में लगे मजदूरों के टेंट में पहाड़ी से भारी मलबा आ गया। हादसे में दो महिलाओं और एक बच्ची की मौत हो गई। वहीं दो गंभीर घायल हैं। मृतकों में समूना पत्नी नियाज उम्र 50 साल, निवासी नेपाल, सपना पत्नी लिंगडा उम्र 40 साल, निवासी नेपाल, अबीसा पुत्री सपना उम्र चार साल, निवासी नेपाल शामिल हैं। घायलों में नियाज पुत्र मुमताज उम्र 56 साल, निवासी नेपाल व राबिया पुत्री नियाज उम्र 16 साल, निवासी नेपाल शामिल हैं।
वहीं, चंपावत में भू-स्खलन से चम्पावत के सेलाखोला गांव में एक मकान और कच्ची रसोई में बड़ी मात्रा में मलबा घुसा गया। हादसे में मां और बेटे की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मकान के पीछे करीब 20 मीटर ऊंचाई से भारी मात्रा में गिरे मलबे के कारण ये हादसा हुआ। एसडीआरएफ, पुलिस, एसएसबी और ग्रिफ के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शवों को बाहर निकाला। पुलिस के अनुसार सोमवार को भारी बारिश की वजह से दोपहर साढ़े 11-12 बजे के बीच सेलाखोला गांव में एक मकान और उससे लगी कच्ची रसोई में बड़ी मात्रा में ऊपर पहाड़ी से मलबा और पत्थर घुस गए। हादसे में कलावती देवी (48) पत्नी आनंद सिंह मौनी और राहुल सिंह मौनी (17) पुत्र आनंद सिंह मौनी की मौत हो गई। कड़ी मशक्कत के बाद कलावती देवी का शव कच्ची रसोई से और राहुल का शव मकान के अंदर से बरामद किया गया। करीब 20 मीटर ऊंचाई से बड़ी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरने से मकान की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि कच्ची रसोई पूरी तरह से नेस्तानाबूत हो गई। मकान के अंदर करीब डेढ़ मीटर ऊंचाई तक मलबा जमा हो गया। इससे घर के अंदर रखा पूरा सामान नष्ट हो गया। आनंद सिंह मौनी मजदूरी कर के परिवार का भरण पोषण करते हैं।