तेजस्विनी आर्टिजन कैंप में 35 महिला शिल्पियों, कारीगरों का हुआ पंजीकरण
देहरादून। तेजस्वनी चौरिटेबल ट्रस्ट एवं बिज़नेस एसोसिएशन की ओर से मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल्स हैंडीक्राफ्ट विभाग के सहयोग से महिला हस्तशिल्पियों, कारिगरों का पंजीकरण किया गया। कैम्प में 35 महिलाओं ने अपने उत्पाद का पंजीकरण कर विभाग द्वारा चलाई जा रही स्कीमों की जानकारी ली।
इस मौके पर विभाग की ओर से हैंडीक्राफ्ट प्रमोशन अफसर शैलेश सिंह ने सभी महिलाओं को विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी देते हुए बताया कि इस यह पंजीकरण कार्ड पांच वर्षों के लिए बनाया जाता है जिससे उनको किसी भी बैंक से बिज़नेस लोन मुद्रा लोन लेने पर कई तरह के फायदे मिलते है। यही नहीं सरकार द्वारा लगाई जाने वाली सभी प्रदर्शनियों क्राफ्ट बाजार, शिल्प बाजार आदि में उनको मुफ्त दुकान भी उपलब्ध करवाई जाती है। यही नहीं विभाग की ओर से कई अवार्ड भी समय समय पर घोषित किए जाते है जिनके अधिकतम राशि 10 लाख रुपये तक रहती है। शैलेश सिंह ने बताया कि आज पंजीकरण के बाद लगभग 2 माह का समय लगता है पहचान पत्र आने में उसी के बाद आप सभी सुविधाओं के पात्र हो सकते हैं।
इस बारे में संस्था की अध्यक्ष प्रिया गुलाटी ने कहा कि ये एक पहला कदम था महिलाओं को सरकार से जोड़ने का जो संस्था की ओर से बढ़ाया गया। जो महिलाएं इस कैम्प में नहीं पहुंच सकी जानकारी के आभाव में उनके लिए अगले 15 दिनों में पुनः एक और कैम्प किया जा रहा है।
कार्यक्रम में त्रिशला मालिक, कविता पाल, अंशिका खुराना, रोमी सलूजा एवं अभिषेक बिश्नोई बतौर समन्वयक मौजूद रहे।