उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भाजपा का भू कानून को लेकर दिये गये बयान को निंदनीय बताया
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का भू-कानून को लेकर कंाग्रेस के सम्बन्ध में दिये गये बयान जिसमें उन्होंने कहा कि ‘‘कांग्रेस भू-कानून को लेकर केवल राजनीति कर रही है, उसे राज्य के हित से कोई लेना-देना नही है’’, को बेहद निंदनीय बताया है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के माध्यम से जारी बयान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस एक जिम्मेदार राष्ट्रीय पार्टी है और उत्तराखण्ड में वर्तमान में एक सजग और जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभा रही है। जिस दिन (6 दिसम्बर 2018) राज्य विधानसभा में प्रचंड बह बहुमत वाली भाजपा की सरकार राज्य पर्वतीय जिलों की कानूनी निलामी की अनुमति देने वाले बिल को लायी थी उस दिन कांग्रेस विधानमण्डल दल ने सदन में इसका पुरजोर विरोध किया था। उसके बाद भी कांग्रेस लगातार सभी उपलब्ध माध्यमों से लगातार विरोध कर रही है। अब जब कि उत्तराखण्ड का बच्चा-बच्चा इस कानून के विरोध में खड़ा हो गया है तो उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार ने राज्य की मासूम जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति बनायी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि यदि भाजपा में थोडी भी राजनीतिक शर्म बची है तो पहले ये बताऐं कि, इस बिल के कानून बनने के बाद राज्य के पर्वतीय जिलों की कितनी जमीन की निलामी हो चुकी है और इस निलामी से राज्य में कितना निवेश आया है और कितने लोगो को रोजगार मिला है। भाजपा के सम्मानित प्रदेश अध्यक्ष जी को यदि राज्य भर की परवाह नहीं है तो वे केवल यह स्पष्ट करें कि, 18 नवम्बर 2019 को राज्य के मैदानी जिलों के लिए सिलिंग सीमा समाप्त करने के बाद उनके जिले हरिद्वार में सरकार ने कितने धन्ना-सेठों या अपने करीबियों को 12.5 एकड़ से अधिक जमीन खरीदने की इजाजत दी है।
कांग्रेस हमेशा सकारात्मक राजनीति करती है। इस मुद्दे पर राज्य की जनता की चिंताओं से स्वयं को सम्बद्ध करते हुए एक कठोर और एकीकृत भू-कानून की मांग करती है ताकि राज्य के मैदानी और पहाडी दोनों क्षेत्रों की जमीन की कानूनी निलामी या सरकारी में भू-माफियागिरी संम्भव न हो सके।