सेवा और परोपकार को समर्पित रहता है संत-महापुरुषों का जीवनः रविंद्रपुरी
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि संत-महापुरुषों का जीवन सेवा और परोपकार को समर्पित रहता है। यह बात उन्होंने बिल्केश्वर महादेव मंदिर में आयोजित संत समागम में कही।
रविंद्र पुरी ने कहा कि श्रीमहंत बलवीर गिरी महाराज युवा संत हैं। जो सनातन परंपराओं का निर्वहन करते हुए देश की उन्नति में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। युवा संत भारत को श्रेष्ठ बनाने में अपना योगदान प्रदान करें। यही संत समाज कामना करता है।
बाघंबरी पीठाधीश्वर श्रीमहंत बलवीर गिरी ने कहा है कि सनातन धर्म सबसे प्राचीन और श्रेष्ठ है। संत परंपरा पूरे विश्व में भारत को महान बनाती है। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी ने कहा कि भारत संपूर्ण विश्व में अनेकता में एकता को दर्शाता है और महापुरुषों ने सदैव ही राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया है। इस मौके पर दिगंबर गंगागिरी, दिगंबर आशुतोष पुरी, दिगंबर राजगिरी, स्वामी रघु वन, आलोक गिरी, मधुर वन, रवि बन, पुनीत पुरी, रवि देव शास्त्री, हरिहरानंद, महंत श्याम प्रकाश, स्वामी गंगादास उदासीन आदि शामिल रहे।