सरकारी नौकरियों में व्याप्त भ्रस्टाचार के खिलाफ सामाजिक संगठनों ने किया धरना-प्रदर्शन
देहरादून। राज्य में सरकारी नौकरियों में व्याप्त भ्रस्टाचार के खिलाफ विभिन्न सामाजिक संगठनों ने मंगलवार को विधानसभा भवन के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। इन संगठनों का कहना है कि विगत कई दिनों से उत्तराखंड की सरकारी नौकरियों में भ्रस्टाचार के नित नए राज खुल रहे हैं। जनता जनार्दन के अमूल्य वोटों से राज्य की सत्ता में विराजमान मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों सहित विधायक, पूर्व विधायकों का भाई-भतीजावाद प्रेम जगजाहिर हो चुका है। साथ ही सरकार ने जिस संस्था को विभिन्न विभागों हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं को सुचिता के साथ आयोजित कराने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी थी उसी के अधिकारी, कर्मचारियों की मिलीभगत के परिणामस्वरूप परीक्षाओं की सुचिता भंग हुई है। चारों तरफ फैले इस भ्रस्टाचार से युवाओं में घोर निराशा का माहौल है देवभूमि का हर एक युवा अपने को ठगा-सा महसूस कर रहा है।
जब राज्य आंदोलनकारियों, माता-बहनों एवं युवाओं के संघर्ष के फलस्वरूप निर्मित इस नवोदित राज्य को बाइस वर्ष पूरे हो रहें होंगे तब इस उम्र में हमारे गरीब, मध्यमवर्गीय युवा साथी सीमित खर्चे के साथ घर से दूर शहरों में उच्च शिक्षा के पठन पाठन के साथ-साथ सरकारी नौकरियों में सुनहरे भविष्य की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने हेतु दिन-रात मेहनत कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है। वहीं दूसरी ओर हाकम सिंह जैसे बिचैलिया तथा सत्ता के नशे में चूर भ्रस्ट नेतागण नौकरियों की बोली लगा युवाओं के सुनहरे सपनों को बेच रहे होते हैं।
अब कठिन साधना का समय आ गया है। इक्कीस वर्ष पूर्व जिस कल्पना के साथ हमारे राज्य आंदोलनकारियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर इस राज्य का निर्माण किया था अब उनकी कल्पना को मूर्तिरूप देने हेतु अपनी आवाज बुलंद की जाय। मेरे उत्तराखंड के युवा साथियों सहित पूरी आवाम को इस भ्रस्टाचार एवं भाई-भतीजावाद के प्रति एकजुट होकर विरोध दर्ज करने एवं न्याय की मांग हेतु सड़कों पर आना होगा और सरकार से सीबीआई जांच की मांग करें और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित हो सके ताकि आने वाले वक्त में कोई हाकम सिंह युवाओं के सुनहरे सपनों को बेचने की हिमाकत न कर सके।