संस्कारवान धर्मनिष्ठ महिलाएं श्रेष्ठ पुरोहित-लोक शिक्षक की भूमिकाएं भी निभा सकतीः पण्डया
हरिद्वार। शांतिकुंज प्रमुख प्रणव पण्ड्या ने कहा कि महिलाओं में आत्म गौरव का जागरण, उनका परिपूर्ण शिक्षण, उनके स्वास्थ्य संवर्धन हेतु सर्वांगपूर्ण उपचार ये प्रमुख आवश्यकताएं हैं। उन्होंने कहा कि संस्कारवान धर्मनिष्ठ महिलाएं श्रेष्ठ पुरोहित-लोक शिक्षक की भूमिकाएं भी निभा सकती हैं। उन्होंने कहा कि वंदनीया माता के जन्मशताब्दी वर्ष 2026 को उत्साहपूर्वक मनाया जाएगा। यह बातें उन्होंने ब्रह्मवादिनी टोली के विदाई कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
अखिल विश्व गायत्री परिवार की प्रमुख शैलदीदी ने नारी सशक्तिकरण वर्ष 2022 के तहत चलने वाले कार्यक्रमों, रचनात्मक प्रशिक्षणों के संचालन, नेतृत्व के लिए उच्च प्रशिक्षित ब्रह्मवादिनी टोली को मंगल तिलक कर रवाना किया। इस अवसर पर शैलदीदी ने नारी जागरण के कार्यक्रमों से जुड़ी कार्य योजनाओं की जानकारी दी। समन्वयक श्याम बिहारी दुबे ने बताया कि नारी सशक्तिकरण के प्रथम चरण में नारी जागरण के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए पांच टोलियां रवाना हुई। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पं. बंगाल, हरियाणा, राजस्थान, ओडिशा आदि राज्यों में पांच-पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को पूरा कर अक्तूबर में टोलियां लौटेंगी।