आशिमा विहार में भैय्यादूज पर किया औषधीय आंवला पौधों का रोपण
देहरादून। भैय्यादूज का पावन पर्व भाई बहिन की रिश्ते के महत्व को दर्शाता है इस दिन बहिने भाई की लंबी आयु की आराधना करते हैं तथा भाई अपनी बहनों को कई उपहारों देते हैं और बदले में बहनें अपने भाइयों को मिठाई देती हैं भैय्यादूज पर पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी के सौजन्य से आशिमा विहार में औषधीय आवंला के पौधों का रोपड़ किया और एक एक पौधा उपहार में भेंट में दिया।
पर्यावर्णविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने कहा पर्यावरण बचाना हर व्यक्ति का दाइत्व होना चाहिए तभी हमारा वातावरण स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त होगा, कहा अगर हम जन्मदिन, नवजात शिशु जन्म, नामकरण, अन्नप्राशन, चूड़ाकर्म, त्यौहारों, भागवत कथा, प्रथम नियुक्ति, पदोन्नति, स्थानान्तरण, अपने खास यादगार पलो व माता पिता के नाम पर एक एक पौधा लगाते हैं तो वह पौधा हमारे भावना से जुड़ागा और उसका संरक्षण भी होगा तथा अपनो की यादें इस धरा में पेड़ के रूप में रहेगा इन पौधों को देखकर आनेवाली पीढ़ी प्रेरणा लेकर इस परंपरा को पीढ़ी दर पीढ़ी चलेगी तथा पर्यावरणीय संतुलन बनेगा।