प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया
हुबली (कर्नाटक)। दक्षिण भारत की तीन राज्यों कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तूफानी दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पूरे चुनावी मूड में दिखे। कर्नाटक से जहां भ्रष्टाचारियों पर तीर चलाए तो आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री चंदद्राबू नायडू पर निशाना साधा। वहीं, तमिलनाडु में प्रधानमंत्री के हमले के शिकार हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम। चिदंबरम को उन्होंने ‘रिकाउंटिंग मिनिस्टर’ बताया।यहां भारतीय सूचना विज्ञान संस्थान(आइआइआइटी) का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ईमानदार लोग उन पर विश्र्वास करते हैं और भ्रष्टाचारियों को उनसे समस्या है क्योंकि उन्होंने सुनिश्चित किया कि गरीबों को मिलने वाला लाभ उन तक सीधा पहुंचे। मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने दलाली का काम किया वे अब भुगत रहे हैं। यह चौकीदार सुनिश्चित करता है कि गरीबों के लाभ सीधे उनके खातों में भेजे जाएं। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने 2350 मकानों में लाभुकों के ई-गृह प्रवेश का गवाह बने।
वाड्रा औऱ चिदंबरम पर निशाना रॉबर्ट वाड्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा पहले शायद ही कभी हुआ होगा। दोनों ईडी जैसी जांच एजेंसियों के समक्ष पेश हो रहे हैं। आप देख रहे हैं कि दिल्ली में क्या हो रहा है! जिनकी आय के बारे में पहले लोग बात करने में डरते थे, वे अब अदालतों और एजेंसियों के समक्ष पेश होकर अपनी काली कमाई का ब्योरा दे रहे हैं।
कुमारस्वामी ‘पंचिंग बैग’ एच. डी. कुमारस्वामी को मजबूर मुख्यमंत्री बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कर्नाटक में सब सत्ता की मलाई खाने में जुटे हैं। नेता अपने प्रभुत्व की लड़ाई में जुटे हैं। आए दिन मुख्यमंत्री को धमकियां मिलती रहती हैं। कुमारस्वामी का इस्तेमाल राज्य में गठबंधन की खींचातानी में ‘पंचिंग बैग’ की तरह किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने बताया अपना विजन उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार ने विकास की पंचधारा बहाई है। बच्चों को पढ़ाई, युवाओं को कमाई, बुजुगरें कों दवाई, किसानों को सिंचाई और जन-जन की सुनवाई, इसी विजन पर सरकार आगे बढ़ रही है। लेकिन कांग्रेस चाहती है कि सरकार का मुखिया कोने में रोता रहे और फैसले नामदार के महलों में होते रहें।
चंद्रबाबू नायडू पर जमकर बरसे मिशन दक्षिण के दौरान आंध्र प्रदेश के गुंटूर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर जमकर बरसे। सीनियर-जूनियर के बयान पर पलटवार करते हुए पीएम मोदी ने मंच से बताया कि नायडू किन बातों में सीनियर हैं। नायडू पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि वह चुनाव दर चुनाव हारने में उनसे काफी सीनियर हैं। आप दल बदलने और गठबंधन करने में सीनियर हैं। आप ससुर की पीठ में छुरा भोंपने में सीनियर हैं। जिसे गाली दो, उसकी गोद में बैठने में आप सीनियर हैं। आंध्र प्रदेश के सपनों को चूर करने में आप सीनियर हैं। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र ने आंध्र प्रदेश के लिए जो धन दिया, नायडू उसका पूरी तरह से उपयोग तक नहीं कर पाए।
कांग्रेस पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप तमिलनाडु के तिरुपुर में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नीत सरकार में डिफेंस में डील होती थी। रक्षा सौदे देश की सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि अपनों को रक्षा सौदों में दलाली दिलाने के लिए किये जाते थे। उनकी सरकार का सपना रक्षा के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने की है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश के लोगों को जिंदगी को आसान बनाने में जुटी है। प्रधानमंत्री ने इन तीनों ही राज्यों में अलग-अलग विकास परियोजनाओं की आधार शीला रखी तो कई का उद्घाटन भी किया।
कांग्रेस की कर्जमाफी पर कसा तंज कर्जमाफी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि देश के गरीब का राशन हो, गरीब किसान की जमीन हो या फिर देश की रक्षा से जुड़े सौदे हों, जिसने भई दलाली खाई है, एक-एक कर उसकी बारी आई है। ये लोगो किसानों को भी नहीं छोड़ते हैं। कर्नाटक में किसानों की कर्जमाफी का वादा किया था, अब तक कितने लोगों की कर्जमाफी हुई। चुनाव से पहले कर्जमाफी के क्या-क्या वादे किए गए, चुनाव के बाद क्या इसे आप जान रहे हैं। ये चुनाव के लिए 10 वर्षीय योजना लेकर सामने आते हैं। इस स्थिति को बदला जाना आवश्यक है। इसी के लिए केंद्र सरकार किसानों के लिए योजना लेकर आई है। कर्नाटक में सत्ता के संघर्ष पर उन्होंने कहा कि सत्ता की मलाई के लिए होटल में विधायक लड़ाई कर रहे हैं। आए दिन कर्नाटक के मुख्यमंत्री को धमकियां मिलतीं रहती हैं। उनकी पूरी ऊर्जा दिन रात कांग्रेस में बड़े-बड़े नेताओं की कुर्सी बचाने में लगी रहती है। वो सार्वजनिक तौर पर अपनी मजबूरी का रोना रहते हैं। सरकार का इंचार्ज कौन है, इसका पता ही नहीं चलता हैं। यही मॉडल ये देश पर थोपना चाहते हैं।