प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष गणेष गोदियाल ने उत्तराखण्ड के हितों की अनदेखी एवं अन्याय करने का लगाया आरोप
देहरादून- सोमवार को उत्तराखण्ड प्रदेष कांगे्रस मुख्यालय में पे्रस से मुखातिब होते हुए प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष गणेष गोदियाल ने मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी पर परिसम्पितियों के संबंध में उत्तराखण्ड के हितों की अनदेखी एवं अन्याय करने का आरोप लगाया। गोदियाल ने कहा कि आंखिर उत्तराखण्ड की परिसम्पितियों को लेकर उत्तर प्रदेष से समझौता करने का अधिकार धामी को किसने दिया। गोदियाल ने कहा कि धामी उत्तराखण्ड की जनता के हितों के साथ खिलवाड़ करने पर उतारू हो गये हैं। उन्होेने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीष रावत के द्वारा लगाये गये तर्कपूर्ण आरोपों का जिस तरह से मुख्यमंत्री द्वारा कुतर्क करने का वाला बयान सामने आया है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। गोदियाल ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी से हमें कतई अपेक्षा नही है कि उनकी निश्ठा हरीष रावत या कांगे्रस के किसी भी नेता पर हो परन्तु सूबे के मुख्या होने के नाते धामी की जिम्मेदारी वह निश्ठा उत्तराखण्ड की जनता के प्रति होनी चाहिए थी। उन्होेने कहा कि धामी ने मुख्यमंत्री के रूप में उत्तराखण्ड के साथ न्याय करने और उत्तराखण्ड के हितों को सुरक्षित रखने की षपथ ली थी। उन्होंने यह षपथ भी ली थी कि वह उत्तराखण्ड की जनता के हितो की कभी अनदेखी नही होने देंगे। गोदियाल ने सवाल किया कि आंखिर किस आधार पर मुख्यमंत्री धामी ने परिवहन निगम के 7 सौ करोड़ की देनदारी पर मात्र 2 सौ करोड पर ही समझौता कर लिया? आंखिर टिहरी बांध जिस पर न्यायालय में उत्तराखण्ड का अधिकार स्थापित होने ही वाला था उन कोर्ट केसों को आख्ंिार किस आधार पर वापस लिया जा रहा है। गोदियाल ने बताया कि कांगे्रस एक मजबूत विपक्ष की आवाज बनकर परिसम्पिति मामले में महामहिम राज्यपाल से अपना विरोध दर्ज कराने के लिए मिलना चाह रही थी लेकिन लगातार प्रयासों के बावजूद समय नही मिल पाया। गोदियाल ने कहा कि हम फिर भी हार नही मानंेगे और लगातार राज्यपाल से समय लेने के लिए प्रयासरत रहेंगे ताकि भविश्य में यह सनद् रहे कि कांगे्रस ने एक सजग विपक्ष और प्रहरी की अपनी भूमिका का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ किया। गोदियाल ने कहा कि मुख्यमंत्री से यह उम्मीद थी कि वह आम नागरिक के प्रति एवं उत्तराखण्ड के प्रति निश्ठा रखेंगे और परिसम्पिति के मामले में उत्तर प्रदेष के सामने मजबूत पैरवी करंेगे लेकिन समझौते को देखते हुए लगता है कि मुख्यमंत्री ने नतमस्तक होकर अपने आकाओं के सामने हथियार डाल दिये। गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस अन्याय को कतई बर्दाष्त नही करेगी और यदि जरूरत पड़ी तो उत्तराखण्ड के अधिकारों की लड़ाई कानूनी स्तर पर भी लड़ने का काम करेगी।
गोदियाल ने मुख्यमंत्री से यह भी सवाल किया कि बद्रीनाथ धाम में उत्तर प्रदेष के प्रति पे्रम दिखाते हुए उत्तर प्रदेष पय्र्रटन गृह के लिए किस आधार पर 20 नाली जमीन दी गई और बाकी राज्यों के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया गया। गोदियाल ने कहा कि सरकार की नीति हर राज्य के लिए एक समान होनी चाहिए। मुख्यमंत्री धामी उत्तर प्रदेष के साथ जो समझौता करके आये है वह किसी भी उत्तराखण्ड हितैशी को स्वीकार्य नही हो सकते।