Uttarakhand
मोटर व्हीकल ऐक्ट में हुए संशोधन व जुर्माना राशि बढ़ाने के विरोध में 16 सितंबर को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल करेंगे ट्रांसपोर्टर
देहरादून। मोटर व्हीकल ऐक्ट में हुए संशोधन के विरोध में ट्रांसपोर्टरों ने गढ़वाल मंडल में हड़ताल की तैयारी कर ली है। 16 सितंबर को होने वाली एक दिन की सांकेतिक हड़ताल में बस, टैक्सी, मैक्सी, सिटी बस, ट्रक और विक्रम शामिल रहेंगे। इससे पहले ट्रांसपोर्टर 12 सितंबर को परिवहन सचिव से मिलेंगे। गढ़वाल मंडल के ट्रांसपोर्टरों की ऋषिकेश में बैठक हुई। इसमें 16 सितंबर को सांकेतिक हड़ताल का निर्णय लिया गया।
देहरादून महानगर सिटी बस महासंघ अध्यक्ष विजयवर्धन डंडरियाल का कहना है कि मोटर व्हीकल ऐक्ट में जुर्माने की दरों में दस गुना तक बढ़ोतरी की है। इससे बसों का संचालन मुश्किल होगा। जुर्माने की दरों का पुरजोर विरोध किया जाएगा। 16 सितंबर को होने वाली हड़ताल का पूर्ण समर्थन किया जाएगा। चेताया कि यदि जुर्माना बढ़ता है वे अपनी बसों को सरेंडर कर देंगे। दून-गढ़वाल टैक्सी यूनियन के सचिव सत्यदेव उनियाल का कहना है कि हमारा विरोध संशोधित ऐक्ट का नहीं है। जुर्माने की दरें नहीं बढ़नी चाहिए। इधर, विक्रम यूनियन के अध्यक्ष संजय अरोड़ा का कहना है कि हड़ताल का समर्थन किया जाएगा। देहरादून ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के सचिव अशोक ग्रोवर का कहना है कि ट्रांसपोर्टर पहले से परेशान हैं। अब जुर्माना बढ़ने से वाहन चलाना मुश्किल हो जाएगा। संशोधित मोटर व्हीकल ऐक्ट में वाहन की प्रदूषण जांच नहीं होने पर जुर्माना एक हजार रुपये से बढ़ाकर दस हजार रुपये किया है। जुर्माने से बचने के लिए लोगों ने वाहनों की प्रदूषण जांच करानी शुरू कर दी है। जांच केंद्रों पर दुपहिया और चैपहिया वाहनों का दबाव निरंतर बढ़ता जा रहा है। भीड़ के चलते केंद्रों के संचालकों ने टोकन व्यवस्था शुरू कर दी है। एक दिन में सिर्फ 200 से 250 टोकन दिए जा रहे हैं। बाकी वाहन संचालकों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। कुछ केंद्रों पर सुबह पांच बजे ही भीड़ जुटनी शुरू हो रही है।