क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में मॉडर्न स्कूल बारहखंबा ने सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल को हराया
देहरादून। सेलाकुई विद्यालय में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट के छठे संस्करण के अंतिम दिन प्रतियोगिता का फाइनल मैच, सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल तथा मॉडर्न स्कूल, बारहखंबा, दिल्ली के बीच खेला गया। मैच की शुरुआत विद्यालय के प्राचार्य राशिद शरफुद्दीन तथा प्रतियोगी टीमों के औपचारिक परिचय द्वारा हुई। मॉडर्न स्कूल की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और मॉडर्न स्कूल के तन्मय सिंह ने 42 गेंदों में शानदार 79 रनों तथा इशांक ने 21 गेंदों में शानदार 43 रनों की पारी खेली और सात विकेट खोकर 244 रनों का विशाल स्कोर बनाए। मॉडर्न स्कूल ने अपने शानदार प्रदर्शन के साथ प्रतिद्वंद्वी टीम को कड़े संघर्ष के लिए चुनौती दी। सेलाकुई विद्यालय के खिलाड़ियों ने भी अदम्य साहस तथा सामूहिक प्रयास का परिचय देते हुए बेहतर प्रदर्शन किया परंतु वही विरोधी टीम के आक्रामक गेंदबाज ईशान कक्कर ने 4 रन देकर कीमती 05 विकेट ले लिये। वही केवल सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल के चेतन्य तालुजा सबसे अधिक 47 गेंदों में 32 रन बनाये, सेलाकुई विद्यालय की टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 79 रन ही बना पाई। इस तरह से मॉडर्न स्कूल ने 165 रनों से मैच जीत लिया।
प्रतियोगिता में मॉडर्न स्कूल के आर्यमान सखीजा को ‘सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज’ और ईशान कक्कर को ‘सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज’ की उपाधि देकर सम्मानित किया गया। सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल के छात्र ईराहमुल को ‘उभरते हुए खिलाड़ी’ का खिताब दिया गया। मॉडर्न स्कूल के इशांक झांजी को ‘सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी’ का सम्मान प्राप्त हुआ। मॉडर्न स्कूल को प्रतियोगिता की विजेता टीम होने का सम्मान तथा ट्रॉफी प्राप्त हुई। मेजबान टीम सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल को रनर-अप टीम का स्थान प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरशरण सिंह ने दोनों टीमों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएँ दी, उन्होंने खेल तथा जीवन के सह-संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खेल से प्राप्त अनुभव हमें जीवन जीने की कला सिखाते हैं। खेल भावना हमें संघर्षों का डँटकर मुकाबला करने के लिए तैयार करती है।?