मंगलवार मध्यरात्रि से घरेलू उड़ानों पर भी अनिश्चित काल के लिए लगा प्रतिबंध
नई दिल्ली। कोरोना की कड़ी तोड़ने के लिए रेल और सड़क के बाद अब हवाई मार्ग भी पूरी तरह बंद कर दिया गया है। मंगलवार मध्यरात्रि से घरेलू उड़ानों पर भी अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ाने 22 मार्च से ही बंद है। यानी अब देश भी पूरी दुनिया से आइसोलेट है और अधिकतर शहर भी।
गौरतलब है कि पिछले दो दिनों से अलग अलग राज्यों की ओर से यह मांग हो रही थी कि वह उनके राज्यों की उड़ाने बंद कर दें। सोमवार को संसद का सत्र भी अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गया और उम्मीद की जा रही है कि सभी सांसद भी मंगलवार तक अपने अपने क्षेत्र में होंगे। ऐसे में मंगलवार की मध्यरात्रि से उड़ान बंद करने का फैसला हुआ है। सभी एयरलाइनों से कहा गया है कि वे अपनी पहले से तय यात्री उड़ान मंगलवार 24 मार्च, रात 11:59 मिनट तक पूरी कर लें। क्योकि उसके बाद अगले आदेश तक सभी यात्री विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ बंद कर दिए जाएंगे। उसके बाद केवल कार्गो यानी मालवाहक विमानों से संबंधित उड़ानों के ही ऑपरेशन होंगे।
नागर विमानन मंत्रालय की ओर से सोमवार शाम को डोमेस्टिक उड़ाने भी बंद करने के बारे में उक्त ऐलान किया गया। पहले नागर विनानन के प्रवक्ता राजीव जैन और उसके बाद प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो की तरफ से इसकी पुष्टि की गई। परंतु किसी की ओर से इस बंदिश की समय सीमा नहीं बताई गई। ध्यान रहे कि अंतरराष्ट्रीय उड़ान सहित रेल सेवा भी 31 मार्च तक के लिए स्थगित है। इससे पहले सुबह डीजीसीए की ओर से एयरपोर्ट और एयरलाइनों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो के बारे में दिशानिर्देश जारी किए थे। जिसमें कर्मचारियो और यात्रियों को एक दूसरे से दूरी बनाए रखने को कहा गया था।
सड़क यातायात पर भी पाबंदियां, बार्डर सील उधर राज्यों द्वारा सड़क यातायात पर पाबंदियां लगाए जाने तथा बॉर्डर सील किये जाने से ट्रक यातायात बुरी तरह चरमराने की खबरें मिल रही हैं। राष्ट्रीय राजमागरें पर जगह जगह ट्रक खड़े होने से लंबी लाइने लग गई हैं। इनमें ज्यादातर ट्रकों में जरूरी सामान है। बॉर्डर चौकियों पर ट्रको की चेकिंग और पूछताछ के कारण ट्रक वालों को एक दो दिन तक खड़े रहने पर राशन-पानी के इंतजाम की चिंता सताने लगी है। ट्रांसपोर्ट संगठनो ने राज्य सरकारों तथा सड़क मंत्रालय से इसकी शिकायत की है। इनका कहना है कि सरकारों को नाकों पर अफरातफरी रोकने के लिए पुलिस व आरटीओ को स्पष्ट निर्देश देने के साथ ट्रक ड्राइवरों को राशन-पानी सुलभ कराने के इंतजाम करने चाहिए। क्योंकि ट्रक रुके तो सप्लाई चेन टूटने से आगे जरूरी चीजों की किल्लत पैदा हो सकती है। ट्रांसपोटरों ने राजमागरें पर ट्रकों को विसंक्रमित करने तथा ड्राइवरों की कोरोना जांच के लिए जगह जगह स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी तैनात किए जाने की मांग की है। इंडियन फाउंडेशन ऑफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग के एसपी सिंह ने कहा कि लंबे लॉकडाउन की स्थिति में ट्रांसपोर्टरों के समक्ष लोन की किश्ते चुकाने की दिक्कत भी खड़ी हो सकती है। लिहाजा सरकार को अभी से इस बारे में उपाय खोज लेने चाहिए। लेकिन सड़क मंत्रालय ने इस मामले से अपने हाथ झाड़ लिए लगते है। इस विषय में पूछे जाने पर मंत्रालय के एक अधिकारी ने इसे राज्यों का विषय बता कर पल्ला झाड़ लिया।
सभी पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस भी बंद बता दें कि इससे पहले कोरोना के खिलाफ जंग में भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। रेलवे ने 31 मार्च तक मालगाड़ी छोड़कर सभी पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस को बंद करने का फैसला किया है। रेलवे के इस फैसले से करीब 12 हजार 500 ट्रेनों का संचालन रुक गया है। इसके अलावा 500 सब-अर्बन ट्रेन के संचालन को भी रोकने का फैसला लिया गया है।
ट्रेन के अलावा मेट्रो सेवा भी बंद दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में गिनी जाने वाली भारतीय रेल अब थम गई है। भारत सरकार ने कोरोना वायरस के चलते सभी पैसेंजर ट्रेनों को बंद कर दिया है। ये फैसला इसलिए लिया गया है ताकि लोग एक साथ जमा न हों। सिर्फ ट्रेन ही नहीं बल्कि दिल्ली-नोएडा-लखनऊ-मुंबई-बेंगलुरु-कोलकाता समेत देश के जिन भी शहरों में मेट्रो सर्विस है, उन्हें भी बंद किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय उड़ान पहले से बंद कोरोना वायरस के मामले में देश में बढ़ ना पाएं, इसके चलते भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पूरी तरह से बंद कर दिया। पहले ये फैसला कोरोना प्रभावित देशों के लिए हुआ था, लेकिन बाद में सभी के लिए ऐसा कर दिया गया. साथ ही विदेशी नागरिकों की एंट्री भी बंद कर दी गई।