खली ने देश में खेलों की हालत के लिए सरकार को कठघरे में किया खड़ा
चंडीगढ़। ढ़डब्लयूडब्लयूई रेसलिंग में भारत की शान बढ़ाने वाले ग्रेट खली उर्फ दिलीप राणा आज यहां रेसलिंग सुुंदरियों के साथ नजर आए। इस दौरान वह खली खूब खिले-खिले नजर आए। उनके साथ अन्य विदेशी रेसलर भी थे। इस मौके पर खली ने देश में खेलों की हालत के लिए सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सरकार से दूरी ही भली है। सरकार का आशीर्वाद जिन खेलों पर है, उनकी हालात सबके सामने है।
सोलन और मंडी में होने वाली रेसलिंग की प्रमोशन करने शहर में पहुंचे थे खली वह सेक्टर -27 स्थित चंडीगढ़ प्रेस क्लब में मीडिया से मुखातिब हुए। खली हिमाचल प्रदेश के सोलन और मंडी में होेने वाले रेसलिंग मुकाबले ‘रेसलिंग रेज इवेंट’ के प्रमोशन के लिए यहां पहुंचे थे। खली ने कहा कि वह अपने कोचिंग संस्थानों में प्रोफेशनल ढंग से ही कोचिंग देंगे।
कहा- सरकार का आशीर्वाद जिन खेलों पर है उनकी हालत खराब उन्होंने कहा कि कबड्डी, खो-खो, फुटबाल और हॉकी जैसी खेलों में भारत की क्या स्थिति है यह हर कोई जानता है। दूसरी ओर, भारत में क्रिकेट की कमान बीसीसीआइ के हाथ में है और देश में क्रिकेट की ही तूती बोल रही है। इसी तरह वह भी काउंटिनेंटल रेसलिंग इंटरटेनमेंट (सीडब्लयूई) को प्रोफेशनल तरीके से चलाएंगे। द ग्रेट खली के साथ अमेरिकन रेसलर कैरमजन, कांगो, हांद्रे, कैटी, स्कारलेट और जैम्मी भी मौजूद थी। खली ने बताया कि इस टूर्नामेंट में 15 नामी विदेशी रेसलर हिस्सा ले रहे हैं। हिमाचल में होने वाली दोनों फाइट अब तक इस रीजन में हुई सभी फाइट्स में सबसे बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि इस फाइट में 25 के करीब भारतीय रेसलर भी हिस्सा लेंगे। भारतीय रेसलर इस दौरान विदेशी रेसलर्स को कड़ी चुनौती देंगे।
यह रहेगा फाइट का शेड्यूल खली ने बताया कि हिमाचल में दो फाइट होंगी। इनमें पहली फाइट मंडी के पड्डल मैदान में 4 जुलाई और दूसरी फाइट 7 जुलाई को सोलन के पुलिस लाइन ग्राउंड में होगी। उन्होंने कहा कि इस बड़े आयोजन में हिमाचल सरकार भी उनकी मदद कर रही है। इसके अलावा फाइट की टिकट रखी गई है, जिससे इस बड़े आयोजन का खर्च निकल सके।
डब्लयूडब्लयूई पर लगाया अनदेखी करने का आरोप खली ने कहा कि उनकी एकेडमी में शेंकी, सुखी और सतिंद्र और लवप्रीत जैसे कई ऐसे रेसलर हैं जोकि उनसे भी लंबे और तगड़े है। लेकिन, उन्हें अभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका नहीं मिल सका है। उन्होंने बताया कि डब्लयूडब्लयूई के कुछ बड़े लोग इसलिए भी सीडब्लयूई के खिलाडिय़ों को नहीं लेते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे भारत उनकी एकेडमी को फायदा हो जाएगा। उन्होंने कहा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि खेलप्रेमी हमारे साथ हैं और हमारे इवेंट में उत्साह दिखा रहे हैं। हम विदेशी रेसलर्स को भारत बुलाकर लोगों को बेहतर मुकाबला देखने का अवसर दे रहे हैं अौर उनका मनोरंजन कर रहे हैं। इसलिए भारत में डब्लयूडब्लयूई का भविष्य बेहतर है।
जगह-जगह नहीं खोलेंगे एकेडमी द्र ग्रेट खली ने कहा कि सीडब्लयूई भारत में डब्लयूडब्लयूई को प्रमोट करना चाहता है, लेकिन इसके लिए वह जगह -जगह एकेडमी नहीं खोलेगा। उन्होंने कहा कि उनकी एकेडमी में मौजूदा समय में देशभर से 300 के करीब रेलसर्स कोचिंग ले रहे हैं। इनमें कुछ खिलाड़ी काफी बेहतर हैं। वह हरियाणा में एक एकेडमी जरूर खोलेंगे, क्योंकि वहां में खेलों के प्रति युवाओं में खासा जनून है।
खेल से जुड़ कर युवा छोड़ रहे नशा खली ने बताया कि खेलों के जुड़ने से युवा नशे से दूर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि एकेडमी में कोचिंग लेने वाले खिलाडिय़ों में आपस में प्रतियोगिता शुरू हो जाती है, किसकी बॉडी अच्छी है, किसका स्टेमिना अच्छा है, कौन ज्यादा एक्सरसाइज कर रहा है। खिलाड़ी इन सबकी चर्चा में लगे रहते हैं तो यकीनन नशे से दूर रहते हैं।
इंडिया में लोगों का क्रेज देखकर होती है खुशी अमेरिकी महिला रेसलर कैटी ने बताया कि भारत में उनका यह चौथा इवेंट है। भारत में डब्लयूडब्लयूई के प्रति खासा क्रेज है। इस क्रेज को देखकर काफी खुशी होती है। उन्होंने बताया कि भारत में डब्लयूडब्लयूई का शानदार भविष्य है।