केंद्रीय पर्यावरण व वन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो को गुरुवार को जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्रों के विरोध का करना पड़ासामना
कोलकाता। केंद्रीय पर्यावरण व वन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो को गुरुवार को जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। वे एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। तभी छात्रों ने उन्हें लक्ष्य कर ‘वापस जाओ’ नारे लगाना शुरू कर दिया। जैसे ही बाबुल यूनिवर्सिटी परिसर में पहुंचे छात्रों के एक समूह ने उन पर हमला बोल दिया। इस बीच, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस संबंध में पश्चिम बंगाल के सचिव से बात की है। आरोप है कि हमलावर छात्र उनका कॉलर पकड़ कर बाहर खींचने लगे। अंगरक्षकों ने विरोध किया तो हमलावर छात्र उन पर भी टूट पड़े। इस दिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। बताया गया है कि नक्सलपंथी छात्रों ने इस तरह की हरकत की है। विरोध-प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय मंत्री के साथ धक्का-मुक्की और बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया गया है। धक्का-मुक्की में केंद्रीय मंत्री गिर पड़े। उनका कुर्ता भी फाड़ दिया गया। इस घटना को लेकर विश्र्वविद्यालय परिसर में काफी तनाव है। केंद्रीय मंत्री के साथ हुई इस घटना के लिए कुलपति ने चिंता व्यक्त की है।
राज्यपाल बोले- गंभीर मुद्दा पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि बाबुल सुप्रियो का घेराव किया जाना एक गंभीर मुद्दा है। घटना के संबंध में राज्य के मुख्य सचिव को तुरंत कदम उठाने को कहा है। मुख्य सचिव मलय डे ने विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राज्यपाल को आश्वस्त किया कि शहर के पुलिस आयुक्त को फौरन मामले पर गौर करने का निर्देश दिया गया है। बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव-2019 में आसनसोल संसदीय सीट से जीत दर्ज की। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार मुनमुन सेन को करारी शिकस्त दी थी। सुप्रियो ने 2014 में भी आसनसोल से जीत दर्ज की थी। तब भाजपा को बंगाल में दो ही सीट मिली थी। गौरतलब है कि जादवपुर यूनिवर्सिटी अचानक तब सुर्खियों में आई थी, जब यहां पर आजादी के नारे लगाए गए थे। यूनिवर्सिटी के फाइन आर्ट्स विभाग के बाहर छात्रों ने कश्मीर, मणिपुर और नगालैंड के लिए ‘आजादी’ के नारे लगाए। ये नारे साल 2017 में लगे थे।