जाने-माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कांग्रेस उसके नेता राहुल व सोनिया गांधी और वामदलों को निशाने पर लिया
बेंगलुरु। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक और जाने-माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने कांग्रेस, उसके नेता राहुल व सोनिया गांधी और वामदलों को निशाने पर लिया है। गुहा का कहना है कि राहुल गांधी में नेतृत्व करने की क्षमता नहीं है, सोनिया गांधी पुत्र मोह में कांग्रेस को बरबाद कर रही हैं और वामदलों को भारत से ज्यादा दूसरे देशों से मोहब्बत है। वामदलों के पाखंड के चलते ही देश में हिंदुत्ववादी ताकतों को मजबूती मिली है।
कांग्रेस और विपक्षी दलों की कमियां गिनाई कोझिकोड में शुक्रवार को केरल लिटरेचर फेस्टिवल में अपने तकरीबन घंटे भर के व्याख्यान में गुहा ने एक के बाद एक कांग्रेस और विपक्षी दलों की कमियां गिनाई वहीं, भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुल बांधे। गुहा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से मुकाबले के लिए एक विश्वसनीय और स्थिर विपक्ष की जरूरत है। राहुल गांधी में वो क्षमता नहीं है कि वो ऐसे विपक्ष को नेतृत्व दे सकें।
राहुल गांधी का नरेंद्र मोदी के सामने कोई भविष्य नहीं गुहा ने कहा कि ‘पांचवीं पीढ़ी के राजवंशी’ राहुल गांधी का कर्मठ नरेंद्र मोदी के सामने राजनीति में कोई भविष्य नहीं है। नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि वह राहुल गांधी नहीं हैं। वे सेल्फमेड हैं। उन्होंने 15 वर्षो तक एक राज्य को चलाया है। उनके पास प्रशासनिक अनुभव है। वह बेहिसाब मेहनती हैं और कभी छुट्टी पर यूरोप नहीं जाते।
केरल ने राहुल गांधी को लोकसभा में भेजकर आपने विनाशकारी काम किया उन्होंने केरलवासियों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘आप लोगों ने कई गलतियां की हैं, लेकिन राहुल गांधी को लोकसभा में भेजकर आपने विनाशकारी काम किया है।’ गुहा ने कहा, ‘युवा भारत पांचवीं पीढ़ी का राजवंशी नहीं चाहता। अगर आप लोग वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में दोबारा राहुल गांधी को चुनते हैं तो इसके जरिये आप नरेंद्र मोदी को लाभ पहुंचाते हैं।’
सोनिया गांधी से मुगल राजवंश की याद आती है गुहा ने कहा कि गांधी और नेहरू परिवार ने कांग्रेस के भीतर दूसरे नेतृत्व को पनपने नहीं दिया। सोनिया गांधी से उन्हें मुगल राजवंश की याद आ जाती है कि कैसे वो अपनी सल्तनत को लेकर अनजान थे। उन्होंने कहा, ‘भारत में तेजी से सामंतवाद खत्म हो रहा है और लोकतंत्र मजबूत हो रहा है, लेकिन कांग्रेस में ठीक इसके उलट हो रहा है। आप (सोनिया) दिल्ली में हैं, आपकी सल्तनत तेजी से सिमट रही है, लेकिन आपके चमचे आपको बता रहे हैं कि आप अभी भी बादशाह हैं।’
राहुल गांधी के चलते मोदी को मिलता है नेहरू पर हमला करने का मौका
गुहा ने गांधी-नेहरू परिवार की कहानी को बताने के लिए अपने शिक्षक और जाने-माने भारतीय समाजशास्त्री आंद्रे बेटली को उद्धृत करते हुए कहा कि पिता के पाप सात पीढ़ी तक पीछा नहीं छोड़ते। नेहरू के मामले में भी ऐसा ही हो रहा है। राहुल गांधी के चलते प्रधानमंत्री मोदी को नेहरू के कामों को लेकर हमला करने का मौका मिलता है। मोदी हमेशा यह कहते हैं कि नेहरू ने कश्मीर में ये किया, चीन में ये किया, तीन तलाक पर ये किया। अगर राहुल गांधी की जगह कांग्रेस का नेता कोई दूसरा होता तो मोदी को अपने काम के बारे में बताना पड़ता।
वामदलों के पाखंड के चलते हिंदुत्व का प्रसार
इतिहासकार ने कहा कि वामदलों के पाखंड के चलते हिंदुत्व का प्रसार हो रहा है। वामपंथियों को अपने देश से ज्यादा दूसरे देशों से लगाव है। वो सिमटते जा रहे हैं, लेकिन उन्हें समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का बढ़ना देश के लिए खतरा है। अगर हिंदूवादी ताकतों को रोका नहीं गया तो देश बरबाद हो जाएगा।
गुहा के बयान पर सतीश केएस ने प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, ‘रामचंद्र गुहा ने स्वीकार कर लिया है कि राहुल गांधी बेकार युवा हैं और वामपंथी राष्ट्र विरोधी।’ स्तंभकार चिनू महापात्र ने गुहा को बहुत ही खराब आदमी बताते हुए कहा कि वह अब मोदी के लिए आवाज उठा रहे हैं। रसिक वाजपेयी ने भी ट्वीट कर गुहा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘दरबारियों ने पहले ईवीएम को दोषी ठहराया, उसके बाद ध्रुवीकरण को और उसके बाद मतदाताओं की बुद्धि पर सवाल उठाया और अब जीवनभर एक राजवंश की सेवा करने वाला इतिहासकार सह अंतरिक्ष वैज्ञानिक अपने मालिक को ही काट रहा है।’