बेरोजगारी, महंगाई और महिला अत्याचार के खिलाफ अभियान चलाने की जगह भाजपा का फर्जी मतदाता चेताना अभियानः मथुरादत्त जोशी
देहरादून। भाजपा के मतदाता चेतना महा अभियान पर तंज कसते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन/प्रशासन मथुरादत्त जोशी, प्रदेश प्रवक्ता शीषपाल बिष्ट एवं सोशल मीडिया सलाहकार अमरजीत सिंह ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और महिला अत्याचार रोकने के लिए अभियान चलाने की बजाय भाजपा द्वारा केवल अपनी राजनैतिक रोटियां सेकने के लिए फर्जी मतदाता चेतना अभियान चलाया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि महंगाई ने आज आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। भारतीय जनता पार्टी की सरकारों की उपेक्षापूर्ण नीतियों के कारण आम आदमी महंगाई की मार से त्रस्त है। प्रतिदिन बढती महंगाई अब आम आदमी की बर्दास्तगी से बाहर होती जा रही है। आम जरूरत की चीजों के दामों में कई गुना वृद्धि पर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा नियंत्रण नहीं किया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरादत्त जोशी ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी चरम स्तर पर है, देश के सारे सार्वजनिक उपक्रमों को मोदी सरकार बेचने में लगी है। देश में बेरोजगारों की फौज लम्बी होती जा रही है । बेरोजगारी पिछले पचास वर्षों में सबसे ऊंचे स्तर पर है और इन सब मुद्दों से जनता का ध्यान बंटाने के लिए भाजपा द्वारा इस प्रकार के फर्जी मतदाताओं की फौज खडा करने का शिगूफा छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता में भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ सडकों पर उतर कर विरोध कर रही है, ये विरोध जनता की जागरूकता का प्रतीक है। उत्तराखण्ड में भाजपा की जमीन पूरी तरह से खिसक चुकी है तथा भाजपा जनता को बरगलाने के नये-नये हथकण्डे अपना रही है।
सोशल मीडिया सलाहकार अमरजीत सिंह ने कहा कि राज्य में विकास का पहिया जाम हो चुका है जिसके कारण भारतीय जनता पार्टी से मतदाता का मोह भंग हो चुका है तथा भाजपा सरकार को जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा से निजात चाहती है जिसकी बानगी बागेश्वर विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की भारी बहुमत से जीत से मिलेगी।
प्रदेश प्रवक्ता शीषपाल बिष्ट ने कहा कि भाजपा जनता से झूठे वादे कर सत्ता पर काबिज हुई है परन्तु अब उसके झूठ की पोल खुल चुकी है। डबल इंजन की सरकार का इंजन फेल हो चुका है। आपदाग्रस्त उत्तराखण्ड को कोई आर्थिक पैकेज नहीं मिल पाया है। राज्य सरकार की उपेक्षापूर्ण नीतियों के चलते राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों से लगातार पलायन हो रहा है ऐसे मे मतदाता चेतना अभियान के तहत प्रत्येक विधानसभा से 10 हजार नये मतदाता कहां से आएंगे यह सोचनीय प्रश्न है,? इससे पूर्व भाजपा ने यह कहते हुए मतदाताओं के नाम हटवाये थे कि ये मतदाता यहां पर नहीं रह रहे हैं अब इतने मतदाताओं की हर विधानसभा में भर्ती कहां से हो रही है यह यक्ष प्रश्न है तथा जनता इस सवाल का जवाब चाहती है।