भोजनमाताओं को मशरूम उत्पादन के संबंध में दिया गया प्रयोगात्मक प्रशिक्षण

देहरादून। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण पीएम पोषण उत्तराखण्ड के अन्तर्गत कार्यरत भोजनमाताओं को मशरूम उत्पादन के संबंध में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय देहरादून में 5 फरवरी से 7 फरवरी तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा झरना कमठान द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में जनपद टिहरी एवं देहरादून की 30 भोजनमाताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य भोजनमाताओं को मशरूम उत्पादन में प्रशिक्षित करना है, जिससे वह विद्यालयों में मशरूम उत्पादन कर सके। विद्यालय स्तर पर उत्पादित मशरूम को मध्याह्न भोजन में छात्र-छात्राओं को दिए जाने से बच्चों के पोषण स्तर में भी वृद्धि होगी। साथ ही यह प्रशिक्षण भोजनमाताओं हेतु स्वरोजगार का माध्यम भी बन सकता है।
राज्य परियोजना निदेशक द्वारा बताया गया मशरूम पोषक तत्वों से भरपूर होतें हैं। इसका उपयोग मध्याह्न भोजन में करने से छात्र-छात्राओं के पोषण स्तर में वृद्धि होगी। प्रशिक्षित भोजनमाता,ं न केवल विद्यालयों में मशरूम उत्पादन में सक्षम होंगी। बल्कि अन्य जनपदों में अन्य भेाजनमाताओं, छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करने में भी सक्षम होंगी तथा उनको अपनी आय बढ़ाने और स्वारोजगार के अवसर प्राप्त होगें। मशरूम उत्पादन की एक ईकाई की स्थापना प्रशिक्षण केन्द्र में की गयी है जिसके रख-रखाव/निगरानी हेतु विद्यालय में एक व्यक्ति को नामित किया गया है। सभी प्रतिभागियों को एक वाट्सऐप गु्रप भी बनाया गया है जिससे उनको समय-समय पर मशरूम के उत्पादन संबंधी गतिविधियों का अवलोकन कराया जा सके एवं वह प्रशिक्षक से सम्पर्क भी स्थापित कर सके।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण के समापन पर अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। साथ ही प्रतिभागियों को तैयार किए हुए मशरूम बैग भी प्रदान किए गए जिससे वह अपने घर/विद्यालय में स्थापित करते हुए। मशरूम उत्पादन से संबंधित प्रतिदिन की गतिविधियों को देख व जान सके। इस अवसर पर तकनीक संस्था कृषि प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित उपाध्याय, मुख्य प्रशिक्षक नवीन नौटियाल, अनूप रावत तथा कार्यक्रम समन्वय/फील्ड इन्वेस्टिगेटर पी0एम0 पोषण मनमोहन कगडियाल आदि उपस्थित रहे।