दिल्ली हिंसा में उपद्रवियों ने IB के सिक्योरिटी असिस्टेंट अंकित शर्मा की हत्या कर उनका शव एक नाले में फेंक दिया
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ और समर्थन में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसक प्रदर्शनों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल के बाद अब इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau) में सुरक्षा सहायक (Security Assistant) अंकित शर्मा (Ankit Sharma) को भी जान से हाथ धोना पड़ा है। उपद्रवियों ने अंकित की हत्या कर उनका शव एक नाले में फेंक दिया। देश के लिए कुछ करने की जज्बा रखने वाले अंकित शर्मा साल 2017 में आईबी में भर्ती हुए थे। अंकित के पिता का नाम रविंदर शर्मा है जो आईबी में ही हेड कांस्टेबल हैं। रविंदर शर्मा ने बताया कि उनका बेटा बड़ा ही होनहार था। अभी उसकी शादी नहीं हुई थी। अंकित के लिए होनहार लड़की की तलाश परिजन कर रहे थे।
दिल्ली से की थी पढ़ाई अंकित शर्मा का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रहने वाला है। अंकित मौजूदा समय में दिल्ली के खजूरी में परिवार के साथ रहते थे। अंकित की मां गृहणी हैं। अंकित शर्मा ने बारवीं तक की पढ़ाई खजूरी में ही की थी। इसके बाद उन्होंने साल 2015 में दिल्ली के हंसराज कॉलेज से स्तानक की पढ़ाई की। साल 2017 में उन्हे आईबी में नौकरी मिल गई।
उपद्रवियों ने अंकित पर किया था हमला अंकित के बड़े भाई अंकुर ने बताया कि मंगलवार शाम को चार बजे वह घर लौटे थे। यहां चांद बाग पुलिया पर एक पार्षद के घर से लगातार फायरिंग हो रही थी। वह देखने के लिए वहां पहुंचे थे। इसी दौरान उपद्रवियों ने उनपर हमला कर दिया। अंकुर के मुताबिक शाम तक वह वापस नहीं लौटे तो तलाश शुरू की गई। रातभर अंकित को ढूंढते रहे। पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद बुधवार को शव मिला।
हाई कोर्ट ने भी जताया दुख वहीं दिल्ली हाई कोर्ट ने भी अंकित शर्मा की हत्या पर चिंता जाहिर की है। कोर्ट ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कोर्ट ने दिल्ली और केंद्र सरकार के सीनियर अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से पीड़ितों और उनके परिवारों से मिलने की भी सलाह दी है। बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसक घटनाओं में अब तक बीस से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि अलग-अलग अस्पतालों में 100 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है। हिंसाग्रस्त इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस और पैरा मिलेट्री फोर्स को तैनात किया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने हिंसाग्रस्त मौजपुर का दौरा किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।