आपदा पीड़ितों के घरों से डीडीआरएफ की टीम ने किया मलबा साफ
-जिलाधिकारी ने नरकोटा और फतेहपुर के प्रभावितों से की मुलाकात
-अधिकारियों को जल्द से जल्द गांव में व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के दिए निर्देश
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बादल फटने की घटना से प्रभावित ग्राम नरकोटा और फतेहपुर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। जिलाधिकारी के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह व भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल ने भी गांव का दौरा किया।
ग्राम नरकोटा के ग्रामीणों ने बताया कि बादल फटने से सैन तोक के तीन परिवारों के चैक में मलबा आ गया था, जिसे जिला आपदा प्रबन्धन की टीम द्वारा लगातार साफ किया जा रहा है। ग्राम नरकोटा के सैन तोक की पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हुई है, जिसकी मरम्मत करते हुए मौके पर जल संस्थान के कार्मिक पाए गए। जिलाधिकारी ने नरकोटा के सम्पर्क मार्गों की मरम्मत कार्य तत्काल प्रारम्भ करने के लिए जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया। अधिशासी अभियंता सिंचाई को आपदा प्रबन्धन के तहत यथाशीघ्र सिंचाई के मरम्मत कार्य शुरू कराने को कहा। इसके साथ ही नरकोटा के तीन सम्पर्क मार्ग में एकत्रित मलबा को हटाने, फतेहपुर के स्त्रोत सुधारीकरण, सैन तोक के ऊपर की बंजर भूमि पर उपर्युक्त घास का रोपण कराने के निर्देश मनरेगा के माध्यम से खण्ड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि को दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर को घटना से क्षतिग्रस्त कृषि भूमि का आंकलन कर प्रभावितों को मुआवजा वितरित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने नरकोटा और फतेहपुर में आपदा से प्रभावित लोगों से भी मुलाकात की। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कहा कि बादल फटने की घटना से कोई जनहानि नहीं हुई है। सभी लोग सुरक्षित हैं। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, मुख्य विकास अधिकारी मनविंदर कौर, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग वृजेश तिवारी, आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार, ईई जल संस्थान संजय सिंह, सिंचाई पीएस बिष्ट सहित डीडीआरएफ की टीम उपस्थित थी।