सीएए के समर्थन रैली में पुलिस ने लाठियां भांजी,कलेक्टर ने भाजपा नेता को मारा चांटा
ब्यावरा/राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में निकाली गई रैली में जमकर हंगामा हुआ। बहस के दौरान कलेक्टर निधि निवेदिता ने भाजपा के एक नेता को चांटा मार दिया। पुलिस ने लाठियां भांजी। इसमें दो लोगों के सिर फूट गए। इस दौरान राजगढ़ की डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने एक प्रदर्शनकारी के बाल खींचे और उनके साथ मार-पीट की। इस दौरान प्रिया वर्मा के साथ बदसलूकी भी की गई। विडियो में देखा जा सकता है कि किसी कार्यकर्ता ने प्रियंका वर्मा के बाल खींच लिए। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को मारा- पीटा। प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को पीटे जाने के खिलाफ खुद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाला। उन्होंने राजगढ़ की घटना को लोकतंत्र के लिए काला दिन बताते हुए कई ट्वीट किए। उन्होंने पूछा कि क्या डिप्टी कलेक्टर को भाजपा कार्यकर्ताओं को पीटने का आदेश मिला था।
रैली को रोकने के लिए धारा 144 लगाई इस रैली को रोकने के लिए कलेक्टर ने जिले में धारा-144 लगाकर ब्यावरा की सीमाएं सील कर दी थी। बाजार भी बंद थे। सारंगपुर विधायक कुंवरजी कोठार, पूर्व विधायक रघुनंदन शर्मा, सांसद रोडमल नागर के पुत्र अंकेश नागर सहित सैकड़ों लोगों को ब्यावरा नहीं आने दिया गया। दोपहर एक बजे वैष्णोदेवी मंदिर से रैली की शुरुआत के लिए सुंदरकांड चल रहा था। कलेक्टर और एसपी पुलिस बल के साथ वहां मौजूद थे। वंदे मातरम के नारे लगाते लोग बाहर निकले तो कलेक्टर निधि निवेदिता ने वहां का दरवाजा बंद करना चाहा। पूर्व विधायक अमरसिंह यादव को कलेक्टर ने पकड़ लिया, लेकिन वे छूटकर आगे बढ़ गए। गायत्री मंदिर के पास पुलिस ने लोगों को हिरासत में लेना चाहा तो पूर्व विधायक मोहन शर्मा सहित अन्य नेताओं की अफसरों से बहस हुई। कलेक्टर ने भाजपा मीडिया प्रभारी रवि बड़ोने को चांटा मार दिया।इसके बाद पुलिस ने रैली में शामिल लोगों के साथ ही वहां मौजूद लोगों को लाठियां भांजकर खदेड़ना शुरू किया। इस दौरान पचोर निवासी विकास करोड़िया एवं ब्यावरा निवासी दीपकमल शर्मा के सिर फूट गए। दोनों का आरोप है कि पुलिस की लाठियां लगने से उन्हें चोट आई है। इस बीच डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा भी लोगों को पकड़ने भीड़ में घुस गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि एक युवक ने उनसे अभद्रता की। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है।
थाने के सामने दिया धरना पुलिस की कार्रवाई के विरोध में थाने के सामने करीब आधा घंटे तक धरना दिया गया। एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा कि जिन लोगों को हिरासत में लिया है, उन पर धारा 188 के तहत कार्रवाई होगी। वीडियो फुटेज में यदि कोई अन्य गैरकानूनी गतिविधि दिखी तो उस पर भी कार्रवाई होगी।
प्रशासन ने हठधर्मिता की राजगढ़ के भाजपा जिलाध्यक्ष दिलवर यादव ने कहा कि रैली शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जा रही थी। प्रशासन ने हठधर्मिता कर माहौल बिगाड़ दिया। वैष्णोदेवी मंदिर पर हमारे कार्यकर्ता भजन कर रहे थे। उनसे अभद्रता कर कपड़े फाड़ दिए। जब तक प्रशासन माफी नहीं मांगेगा, उसके खिलाफ आंदोलन करेंगे।
अधिकारी से अभद्रता की राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता ने बताया कि हमने रैली की अनुमति नहीं दी थी। धारा 144 लगाई थी, जो अराजक व गुंडा तत्व अपनी बात मनवाना चाहते थे, वे यहां आए थे। रैली निकालने के लिए कोशिश करते रहे। हमने सोचा कि गेट बंद कर दें, ताकि इन्हें जो करना है अंदर करें। तभी पूर्व विधायक वहां पहुंचे। लोगों को बरगलाना शुरू कर दिया। उन्हें एक तरफ बैठाना चाहा, लेकिन वे मुझसे छूटकर लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ गए। कुछ लोगों ने हमारी महिला अधिकारी के साथ भी अभद्रता की है। वीडियो से आरोपितों की पहचान की जा रही है। वहीं दूसरी ओर ओर सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के दौरान इंदौर के बड़वाली चौकी क्षेत्र में गुरुवार रात जमकर हंगामा हुआ। प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मी वहां जलाई जा रही आग को लेकर समझाइश देने पहुंचे तो प्रदर्शनकारी भड़क गए। इस बीच भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। उन्होंने पुलिस की गाड़ी के कांच भी फोड़ दिए। इस पर हलका बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ना पड़ा। अफसरों ने बताया कि जहां लोग आग जला रहे थे, वहीं पास में बिस्तर रखे थे। उनमें आग न लग जाए, इसलिए जवानों ने उन्हें उस स्थान से हटने के लिए कहा था, लेकिन गलतफहमी के कारण भीड़ ने पथराव कर दिया।
सीएए के समर्थन में भाजपा का देशव्यापी अभियान नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) 2019 के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी की ओर से चलाये जा रहे देशव्यापी अभियान के तहत क्षेत्रीय स्तर पर रैलियां आयोजित की जा रही हैं। सीएए के समर्थन में रविवार को को भी जगह-जगह प्रदर्शन हुए। पंजाब, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में भाजपा और दूसरे संगठनों ने रैली निकाली, गोष्ठियां की और हस्ताक्षर अभियान चलाए गए। सीएए के समर्थन में भाजपा व अन्य संगठनों ने जगह-जगह रैली निकाली और कानून को लेकर उत्पन्न भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की। पिछले गुरुवार को मध्य प्रदेश के धार और खरगोन में तिरंगा लेकर निकले जनसमूह में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं। हजारों लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाते हुए सीएए का समर्थन किया।