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बहनें भाइयों को रक्षा सूत्र बांधने के बाद उनसे नशा मुक्त जीवन व्यतीत करने का उपहार मांगे :-ज्योति बाबा
कानपुर । नशीले द्रव्यों के उपयोग का बच्चों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है उनके विकास और चरित्र को बाधित करता है कुछ प्रभावशाली लोग नशीली द्रव्यों के उपयोग के कारण अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा खो देते हैं तो बहुत लोग उनसे नफरत करते हैं नशा सामाजिक अपराध को बढ़ाता है अत्यधिक सामाजिक अशांति व सामाजिक पतन का बड़ा कारण नशा बन चुका है।
उपरोक्त बात नशा हटाओ जीवन पाओ हरियाली लाओ अभियान के तहत पंडित दीनदयाल उपाध्याय एग्रीकल्चर एंड आयुर्वैदिक रिसर्च संस्थान व सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में मिडास परिवार के सहयोग से नशा मुक्ति रक्षाबंधन कार्यक्रम के अवसर पर बहनों से रक्षा सूत्र बधवाने के बाद अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के प्रमुख योग गुरू ज्योति बाबा ने कही। ज्योति बाबा ने आगे कहा कि सनातन हिंदू परंपरा के प्रमुख पर्व रक्षाबंधन पर बहनें भाइयों को रक्षा सूत्र बांधने के बाद उनसे नशा मुक्त जीवन व्यतीत करने का उपहार मांगे, क्योंकि जिस प्रकार से आज नशे की सुनामी भारतीय युवा को बहा कर ले जा रही है उसे भविष्य में तैयार एक बड़ी बीमार फौज भारत की तबाही का कारण बन सकती है और तब हमारे पास इतना रुपया नहीं होगा कि हम लाखों कैंसर के रोगियों का अच्छा इलाज कर दोबारा सामाजिक मुख्य धारा में जोड़ सकें। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अमरजीत सिंह पम्मी भैया ने जोर देकर कहा कि नशा अब हमारे युवाओं को इसलिए भी अपनी गिरफ्त में ज्यादा ले रहा है क्योंकि हम जंक फूड के लती बन चुके हैं लाइफस्टाइल अनियंत्रित हो चुकी है परिणाम स्वरुप नित्य नई बीमारियों के शिकार भी बन रहे हैं वरिष्ठ समाजसेवी विजय सिंह मार्तोलिया ने कहा कि अब तो ड्रग्स का प्रचलन युवाओं को लाइलाज रोगी बनाकर परिवार के परिवार को कर्ज और तबाही के चौराहे पर लाकर खड़ा कर रहा है नशे के बढ़ते रोग ने हमारे हिंदू पर्वों को नशे के पर्वों में तब्दील कर दिया है। जिससे हमारी सनातन परंपरा से युवा वर्ग नहीं जुड़ पा रहा है। मिडास परिवार के उपेंद्र मिश्रा एवं शोभा मिश्रा ने कहा कि तंबाकू के चलते जल्दी होने वाली मौतो से जीडीपी का एक प्रतिशत हिस्सा को देते हैं 1 वर्ष के दौरान तंबाकू से जुड़े मर्ज के इलाज में कुल पब्लिक हेल्थ का 5.3 प्रतिशत से ज्यादा खर्च हो जाता है। युवा समाजसेवी, कोरियोग्राफर अमन शिवहरे ने कहा कि अब तो देश की आधी आबादी बड़ी तादाद में स्मोकिंग और हुक्काबार का प्रयोग करने के चलते महिलाएं भी 16 प्रकार के कैंसर रोग का शिकार बन रही है। नशा मुक्ति रक्षाबंधन कार्यक्रम में नशा मुक्ति के गीत कई जिलों से आए नशा मुक्ति सेनानियों ने गाए। कार्यक्रम का संयोजन राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर धर्मेंद्र शुक्ला ने किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से बहने आरती त्रिपाठी, सुनीता शर्मा,अलका कटिहार प्रमुख रूप से थी अन्य प्रमुख भैया साकेत सिंह,अजीत सिंह,कोला भाई, हर्ष यादव, अशोक श्रीवास्तव इत्यादि थे।