बच्चों की तस्करी पर गंभीर हुई झारखंड सरकार, जांच में लगाए गए वरिष्ठ अफसर
रांची । बच्चों की तस्करी मामले में सरकार गंभीर हो गई है। यही कारण है कि अब इसके जड़ तक पहुंचने की कवायद की जा रही है। जांच में वरिष्ठ अफसरों को लगा दिया गया है। ताजा मामला बोकारो जीआरपी से जुड़ा हुआ है, जहां गुप्त सूचना पर तेलंगाना के मदरसे में ले जाए जा रहे 84 बच्चों को रेस्क्यू कराया गया था। इस मामले में पुलिस महानिरीक्षक रेल सुमन गुप्ता ने आदेश जारी किया है कि इस कांड का सुपरविजन डीएसपी नहीं, बल्कि एसपी रेल जमशेदपुर अनुरंजन किस्पोट्टा करेंगे। आइजी सुमन गुप्ता ने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर छानबीन का निर्देश भी दिया है। उन्होंने बच्चों के माता-पिता का बयान, साक्ष्य संकलन और तेलंगाना स्थित मदरसे से भी ठोस साक्ष्य संकलित करने का आदेश दिया है। आइजी के आदेश के बाद रांची, मुरी व हटिया के तीन जमादार तेलंगाना रवाना हो चुके हैं। ये जमादार तेलंगाना के मदरसे की छानबीन करेंगे। बोकारो जीआरपी में दर्ज मानव तस्करी के इस मामले के अनुसंधान का जिम्मा रांची जीआरपी के इंस्पेक्टर प्लेयर किस्कू को दिया गया है। कांड का अनुसंधान जारी है।
अब तक नहीं मिले मानव तस्करी के सबूत, जेल में हैं चार आरोपित बोकारो रेलवे स्टेशन पर 84 बच्चों की बरामदगी मामले में पुलिस की अब तक की छानबीन में मानव तस्करी के सबूत नहीं मिले हैं, जबकि, मानव तस्करी की धाराओं में ही दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने तीन मौलवी व एक रसोइया को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जिन्हें जेल भेजा, उनमें बोरवा जामताड़ा निवासी शमशेर, गुलाम रसूल, मो. मुस्लिम और तरोकाजोरी जामताड़ा निवासी लाल मोहम्मद शामिल हैं। इससे इतर पुलिस की छानबीन में यह खुलासा हुआ है कि बच्चों की तस्करी नहीं हो रही थी, बल्कि वे माता-पिता की सहमति से पढ़ाई करने जा रहे थे। वे पूर्व में भी तेलंगाना जा चुके थे। छुट्टियों में घर आए थे और पुन: तेलंगाना जा रहे थे कि पुलिस ने पकड़ लिया था। जिन 84 बच्चों को रेस्क्यू किया गया था, उनमें जामताड़ा के 77, धनबाद के एक, गिरिडीह के तीन और देवघर के तीन बच्चे थे।शिक्षा के नाम पर इस्लाम की तालिम की भी हो रही जांच बच्चों ने पुलिस को जो जानकारी दी है, उसके अनुसार उन्हें अंग्रेजी के अलावा गणित व कुरान की पढ़ाई तथा भोजन देने के नाम पर ले जाया जा रहा था, लेकिन उन्हें वहां मदरसे में केवल कुरान ही पढ़ाया जाता था। शिक्षा के नाम पर इस्लाम की तालिम के साथ-साथ आतंकी कनेक्शन की आशंकाओं की भी छानबीन की जा रही है।