भाजपा ने जोशीमठ के आपदा प्रभावितों के लिए अपेक्षित पैकेज को नाकाफी बताने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथ लिया
देहरादून। भाजपा ने जोशीमठ आपदा को लेकर केंद्र से अपेक्षित पैकेज को नाकाफी बताने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए इसे बिना सुर ताल का गान बताया। पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने तंज कसते हुए कहा कांग्रेस ने ऐसे कौन से विशेषज्ञों से अपनी डीपीआर बनाई है जो धामी सरकार द्वारा प्रस्तावित 2000 करोड़ के पैकेज को कमतर बताती हो।
पार्टी प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए श्री जोशी ने कहा सरकार ने सभी प्रशासनिक एवं तकनीकी विशेषज्ञों के द्वारा जोशीमठ आपदा के सभी पहलुओं का आकलन कर एक अनुमानित आपदा धनराशि का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है। लेकिन अफसोस कांग्रेस पार्टी इस राहत पैकेज को लेकर मात्र विरोध के उद्देश्य से बेसिर पैर के दावे कर रही है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा यदि कांग्रेस पार्टी मौके पर जाकर विशेषज्ञों की मदद से कोई 2000 करोड़ से अधिक की डीपीआर बना कर देती तो शायद हम भी मानते उन्हें जोशीमठ के लोगों की चिंता है लेकिन सिर्फ और सिर्फ बे सिर पैर की हवाबाजी कर सरकार के प्रस्तावित पैकेज को कम बता कर भ्रम फैलाना, ठीक बिना सुरताल के गाने गाने जैसा है
श्री जोशी ने हरीश रावत द्वारा राजस्थान की सार्वभौम स्वास्थ्य योजना को 24 में देश भर में लागू करने घोषणा को लेकर व्यंग किया कि उन्हें और उनकी पार्टी को मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने छोड़ देने चाहिए। कम से कम रोजगार, विकास, कानून व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे तमाम मुद्दों और विशेषकर अपने ही वादों पर फ्लॉप साबित होने वाली गहलोत सरकार से सीखने की जरूरत कतई नहीं है। सभी जानते हैं स्वास्थ्य को लेकर देश में जितनी भी बड़ी योजनाएं चलती हैं वे सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से चलती हैं लिहाजा राजस्थान की कांग्रेस सरकार ऐसा कुछ विशेष अपनी तरफ से नहीं कर रही है । उस पर महत्वपूर्ण यह है कि कितने लोगों को इस योजना का लाभ अब तक मिला है, सिर्फ नाम के लिए योजना बनाने की कांग्रेसी संस्कृति का ही एक स्वरूप है राजस्थान सरकार की यह योजना। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हरीश रावत और कांग्रेस पार्टी सिर्फ और सिर्फ यूट्यूब, पोर्टल, फेसबुक जैसे तमाम सोशल मीडिया माध्यमों तक सीमित पार्टी बन गयी है जो सिर्फ और सिर्फ चर्चा के लिए ही यह सब बयान बाजी करते हैं । लेकिन देश की जनता यह सब बखूबी समझ चुकी है और इनके किसी वादे पर वह भरोसा नही करती।