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चाइनीज मांझा पर लगे पूर्ण रोक, बेचने वालों के लिए हो एक साल की सजा का प्रावधानः अजय दास

हरिद्वार। नियमों को ताक पर रखकर बाजारों में धड़ल्ले से चाइनीज मांझा बेचा जा रहा है। हर साल मांझा जानलेवा साबित होता है। सैकड़ो पक्षियों की कटने से मौत हो जाती है तो तमाम बाइक सवार लोग घायल होते हैं। हर साल प्रशासन मांझे पर रोक लगाने के साथ ही कार्रवाई के लिए अभियान चलाता है। लेकिन बावजूद इसके चाइनीज मांझे पर रोक नहीं लग पाती है। राष्ट्रीय रविदास धर्म सेवक संघ ने पूर्ण रूप से रोक लगाते हुए बेचने वालों के लिए कम से कम एक साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान करने की मांग उठाई है। राष्ट्रीय रविदास धर्म सेवक संघ के अध्यक्ष अजय दास महाराज ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि बसंत पंचमी के नजदीक आते ही बाजारों में फिर से चाइनीस मांझा की धड़ल्ले से बिक्री होने लगी है।
उन्होंने कहा कि हर साल चाइनीज मांझा की चपेट में आने से सैकड़ों पक्षी बुरी तरह कट जाते हैं। ऐसे में पक्षियों का इलाज भी नहीं हो पाता है। जिस वजह से पक्षी अपनी जान गवा बैठते हैं। साथ ही तमाम लोग मांझे की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल होते हैं। यह सिलसिला हर साल बढ़ता जा रहा है। लेकिन प्रशासन मांजे पर रोक नहीं लगा पा रहा है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी पर्व पर नजदीक आते ही हरिद्वार के जगजीतपुर, कनखल, ज्वालापुर व तमाम शहरी एवं ग्रामीणों क्षेत्रों में पंतग विक्रेता चाइनीज मांझे की बिक्री जमकर की जा रही है। जिसके फंदे में फंसकर लगातार आसमान में पक्षी दम तोड़ रहे हैं। मांझे के नष्ट न होने की वजह से यह पर्यावरण की दृष्टि से भी बेहद खतरनाक है। उन्होंने कहा कि चीनी धागे और मांझे से जब बच्चे एवं युवा पतंग उड़ाते हैं, तब पतंग कटने के बाद ये धागे अक्सर पेड़ से लटकते रहते हैं। अनेकों बार दुपहिया चालक भी इसके लपेटे में आकर घायल होते रहे हैं। अजय दास महाराज कहा कि चाइनीज मांझा को पूर्ण रूप से सरकार और प्रशासन को रोक लगानी चाहिए। मांझा को बेचने वालों दुकानदारों पर कार्रवाई करनी चाहिए। सरकार को इसके लिए कम से कम एक साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जल्द ही रविदास धर्म सेवक संघ मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजेगा।

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