श्रीमद् भागवत कथा मोक्षदायिनीः बालकानंद
हरिद्वार। आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का भंडार है। जिसे जो व्यक्ति ग्रहण कर लेता है। उसका जीवन सफल हो जाता है। यह बात उन्होंने भूपतवाला स्थित हरीधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के विश्राम के अवसर पर कही।
बालकानंद गिरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा मोक्षदायिनी है। गंगा स्नान और गंगा तट पर श्रीमद् भागवत श्रवण करने मात्र से व्यक्ति में उत्तम चरित्र का निर्माण होता है और वह स्वयं को सफल बना कर अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। विधायक मदन कौशिक ने कहा कि संतों के सानिध्य में व्यक्ति को सहस्त्र गुना पुण्य फल की प्राप्ति होती है। संत महापुरुषों के दर्शन मात्र से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति और पापों से निवृत्ति मिलती है। आचार्य बालकानंद गिरी एक महान एवं तपस्वी संत हैं। जयराम पीठाधीश्वर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि हरिद्वार की पावन धरा एवं संतों के सानिध्य में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस मौके पर महंत देवानंद सरस्वती, महंत जसविन्दर सिह, महंत निर्मल दास, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, महंत बिहारी शरण, महंत रामानंद सरस्वती, महंत प्रह्लाद दास, पार्षद अनिरूद्ध भाटी, भाजयुमो जिला महामंत्री विदित शर्मा, आकाश भाटी आदि मौजूद रहे।