अस्पतालों से डिस्चार्ज होते ही 107 विदेशी जमातियों को गिरफ्तार किया गया, सरेंडर नहीं करने वाले 29 तब्लीगियों पर हत्या प्रयास का मुकदमा दर्ज
चंडीगढ़। शुरुआती दौर में महामारी से बचकर चल रहे हरियाणा में महामारी का प्रकोप फैलाने वाले विदेशी जमातियों और तब्लीगियों पर हरियाणा सरकार ने शिकंजा कस दिया है। अस्पतालों से डिस्चार्ज होते ही 107 विदेशी जमातियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सबको न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इन सभी पर वीजा एक्ट के उल्लंघन के आरोप में पलवल, नूंह, गुरुग्राम, पानीपत और अंबाला में एफआइआर दर्ज थी। वहीं, कई बार की चेतावनी के बावजूद सरेंडर नहीं करने वाले 29 तब्लीगियों पर हत्या प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार विदेशी जमातियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, नेपाल, मलेशिया और श्रीलंका से यह जमाती टूरिस्ट वीजा पर आए और मरकज की गतिविधियों में शामिल हुए। प्रदेश में कुल 1614 तब्लीगी मिले जिनमें 107 विदेशी थे। इनके खिलाफ वीजा एक्ट के उल्लंघन की धाराओं के तहत केस दर्ज कर पासपोर्ट जब्त कर लिए गए।
अस्पतालों से डिस्चार्ज होते ही कार्रवाई, पलवल, नूंह, गुरुग्राम, पानीपत और अंबाला में दर्ज हैं एफआइआर कोरोना पॉजिटिव पाए गए यह तब्लीगी अब अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं। सरकार के निर्देश पर पुलिस ने सबसे पहले विदेशी जमातियों को गिरफ्तार किया। कोर्ट ने इन्हेंं न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि फिलहाल इनके खिलाफ कोर्ट में केस चलेगा। वीजा एक्ट उल्लंघन के तहत कोर्ट से जो सजा मिलती है, वह भुगतने के बाद ही जमातियों को डिपोर्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्रवाई केवल वीजा एक्ट का उल्लंघन करने वाले जमातियों व बार-बार के नोटिस के बाद भी सरेंडर नहीं करने वालों के खिलाफ हो रही है। बाकी जमाती अपने घरों को लौट चुके हैं।