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कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार के मंत्रियों की विदेश यात्राओं पर लगी रोक

नई दिल्ली। कोरोना को लेकर हर स्तर पर एहतियात के साथ साथ सरकार के स्तर से सलाह मशविरा भी तेज हो गया है। खुद प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की है कि बहुत जरूरी न हो तो यात्रा न करें। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के मंत्रियों की विदेश यात्राओं पर भी रोक लगा दी गई है। हालांकि यह भी आश्‍वस्त किया है कि इससे घबराने जरूरत नहीं है। हर स्तर पर कदम उठाए गए हैं और उठाए जाते रहेंगे। देश में अब तक कोरोना के 73 मामले सामने आ चुके है। इनमें 56 भारतीय है, जबकि 17 विदेशी यात्री है। साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को निगरानी में रखा गया है। इस बीच दुनिया के करीब 120 देशों में कोरोना रिपोर्ट हो चुका है। भारत में भी यह 12 राज्यों में किसी न किसी रूप में पहुंच चुका है।इस बीच पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ‘घबड़ाहट को न कहें और सावधानियों को हां कहें।’ गुरूवार को केंद्रीय स्वास्थ्य, गृह और उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों ने कोरोना के खिलाफ तैयारियों को साझा किया। साथ ही बताया कि हर स्तर पर सरकार कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। एक लाख से ज्यादा किट उपलब्ध है। साथ ही जांच के लिए देश भर में 52 सेंटर काम कर रहे है, जबकि 56 अन्य सेंटरों पर नमूने लिए जा रहे है। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कोरोना के दुनिया के सैकड़ों देशों में इसके फैलाव को देखते हुए अब इस वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है।

तापमान बढ़ने से कोरोना खत्म होने पर अभी नहीं है कोई अध्ययन सरकार ने कोरोना वायरस के 30 डिग्री तापमान पर खत्म होने की अटकलों से खुद को अलग कर लिया है। विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के अधिकारी एम आर गंगावेडकर ने कहा कि इसे लेकर फिलहाल कोई अध्ययन नहीं है। यह वायरस हाल में रिपोर्ट हुआ है। हालांकि फ्लू जैसी बीमारियों को देखते हुए लोग तापमान बढ़ने पर इसके खत्म होने की बात कर रहे है, लेकिन बगैर अध्ययन के इसे लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है।

मॉस्क जरूरी नहीं सरकार ने इस बीच मास्क और सेनीटाइजर की बढ़ी मांग को देखते हुए यह साफ किया है कि सभी को मास्क लगाने की कोई जरूरत नहीं है। मास्क सिर्फ वहीं लोग लगाए, जो किसी बीमारी से पीड़ित है। वहीं इसकी कालाबाजारी के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इससे निपटने के निर्देश दिए गए है।

कोरोना वायरस से बचाव के उपाय विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO)और कई अन्य संगठनों द्वारा कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ खास बचाव के उपाय बताए हैं। 6 वर्ष से कम और 60 वर्ष से अधिक वाले ज्‍यादा सावधान रहें।

बदला मुलाकात का परंपरागत तरीका फ्रांस सरकार ने इंफेक्‍शन से बचने के लिए लोगों से मुलाकात के परंपरागत तरीके (गाल पर चुंबन और हाथ मिलाना) में बदलाव किया है। स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने कहा था कि मुलाकात में किसी भी शारीरिक क्रिया से परहेज किया जा रहा है। पिछले दिनों जर्मनी के मंत्री होस्र्ट जीहोफर के द्वारा एंजेला मर्केल से हाथ मिलाने से परहेज करने वाला वीडियो काफी वायरल हुआ था।

व्‍यक्तिगत सफाई पर दें ध्‍यान सफाई के लिए अपने हाथों को लगातार धोते रहें। हाथ गंदे नहीं होने पर भी धोएं। धोने के बाद हो सके तो टिशू का प्रयोग करें। छींकने और खांसने के दौरान अपने मुंह पर हाथ रखें। पांच बार हाथ धोएं WHO ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा है। इसके लिए हाथों की सफाई को प्रमुखता दी है और दिन में कम से कम पांच बार हाथ धुलने का सुझाव दिया।

किन स्थितियों में हाथ धोएं

– बीमार व्यक्ति से मुलाकात के बाद।

– छींकने और खांसने के बाद।

– घर में बाहर आने के बाद।

– शौचालय के इस्तेमाल के बाद।

– पशुओं को छूने के बाद।

– खाने बनाने और खाने के बाद।

इन बातों का भी रखें ध्यान

– अगर कोई व्यक्ति आपके बिल्कुल पास में खांसी या छींके तो कुछ सेकेंड तक टुकड़ों में सांस लें।

– खांसी या छींकने पर टिशू का इस्तेमाल करें या कोहनी से ढकें।

छींकने और खांसने वालों से रखें दूरी

इस पर ध्‍यान देना है कि जो लोग छींक रहे हों, उनसे दूरी बनाकर रखा जाए। सर्दी जुकाम से मिलते लक्षण कोरोना वायरस के भी हैं। ऐसे में जब कोई आपके आस-पास छींक रहा हो तो उससे दूर हटें और अपने मुंह को ढकने की कोशिश करें।

चेहरे को छूने से करें परहेज ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधार्थी एलिस्टेयर माइल्स के अनुसार, लोगों को बार-बार अपने चेहरे को छूने से बचें। उन्होंने कहा कि अपने चेहरे, नाक और आंखों को न छुएं। वो कहते हैं कि यदि आपके हाथ किसी दूसरे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित भी हैं तो आप ऐसा कर शरीर के अंदर पहुंचाने में मदद कर सकते हैं।

लिफ्ट में बटन दबाने के लिए करें पेन का प्रयोग सिंगापुर के मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर वांग लिन फा का कहना है कि ऐसी स्थिति में लिफ्ट सबसे ज्यादा घातक है क्योंकि बंद लिफ्ट की हवा में कई लोग सांस लेते हैं और बटन का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने लिफ्ट में बटन दबाने के लिए पेन का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है। साथ ही उन्होंने शौचालय का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतने को कहा है।

दरवाजे के हत्थे को संभलकर छुएं  यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रीफ्सवाल्ड के प्रोफेसर गुंटर काम्फ ने बताया कि ठोस धरातल के बार- बार इस्तेमाल से कोरोना वायरस सबसे तेजी से फैलता है। इस स्थिति में किसी धरातल को कोई संक्रमित व्यक्ति इस्तेमाल करता है और उसको दोबारा कोई स्वस्थ व्यक्ति छूता है तो संक्रमित हो सकता है। उन्होंने कहा कि दरवाजे के हत्थे समेत ट्रांसपोर्ट के दौरान ऐसी तमाम वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है। इनसे परहेज करना चाहिए या इस्तेमाल के समय सावधानी बरतनी चाहिए।

कमरे का तापमान रखें ज्‍यादा  कोरोना वायरस के इंफेक्‍शन से बचने के लिए अपने कमरे का तापमान 30 डिग्री सेल्‍सियस से अधिक रखें। इससे वायरस के संक्रमण होने की कम होने संभावना होती है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप सहित कई वैज्ञानिकों ने कहा है कि गर्मी में कोरोना वायरस का प्रकोप अपने आप कम हो जाएगा।

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