दो किशोरियों को अगवा कर उनसे देह व्यापार कराने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे
लखनऊ । दो किशोरियों को अगवा कर उनसे देह व्यापार कराने का मामला सामने आया है। आरोपित के चंगुल से खुद को छुड़ाकर दोनों किशोरी ट्रेन से कहीं भागने की फिराक में थीं। संदेह होने पर आरपीएफ ने बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर दोनों किशोरियों से पूछताछ की तो पूरा मामला उजागर हुआ। इसके बाद आरपीएफ ने आरोपित विजय बद्री उर्फ बंगाली को दबोच लिया और गाजीपुर थाने लेकर गई। सीओ गाजीपुर दीपक कुमार सिंह के मुताबिक आरपीएफ की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म और अगवा करने समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज कर छानबीन की जा रही है। पूछताछ में पता चला है कि मुख्य आरोपित किशोरियों को नशीली दवा देकर कई माह से उनके साथ दुष्कर्म कर रहा था। यही नहीं आरोपित दो किशोरों को भी अपने साथ रखा था जो ग्राहक लेकर आते थे। किशोरियों से देह व्यापार कराने की बात उजागर होने के बाद चाइल्ड लाइन समेत अन्य संस्थानों ने उनसे पूछताछ की है। आरोपित पैर से दिव्यांग है, लेकिन वह अपने शरीर पर पट्टी बांधे रहता था और लोगों को गुमराह कर 1090 चौराहे पर भीख मांगता था। किशोरियों ने पूछताछ में बताया है कि आरोपित मुंशी पुलिया पुलिस चौकी के बगल में उनसे देह व्यापार करवा रहा था।
गश्त के दौरान पड़ी नजर बादशाहनगर स्टेशन पर आरपीएफ पोस्ट प्रभारी वंशबहादुर यादव, कांस्टेबल धर्मेंद्र चौरसिया, उमाकांत दुबे और अंजली सिंह गश्त कर रहे थे। सुबह करीब छह बजे प्लेटफार्म पर उनको 15 और 16 साल की दो किशोरी और 14 साल के दो किशोर दिखाई दिए। चारों से जब पूछताछ हुई तो वह घबरा गए और बताया कि एक अधेड़ से बचकर भाग रहे हैं। इसके बाद सभी ने बच्चों को समझाया और आरोपित का इंतजार करने लगे। अधेड़ बादशाहनगर स्टेशन पर किशोरियों और बालकों को ढूंढते हुए पहुंचा, जिसे आरपीएफ ने दबोच लिया। आरोपित मूलरूप से बंगाल का रहने वाला है।
किशोरियों ने सुनाई आपबीती किशोरियों ने आरपीएफ और पुलिस समेत सामाजिक संस्थाओं को आपबीती सुनाई तो सभी दंग रह गए। किशोरियों ने बताया कि आरोपित सबसे पहले लड़कियों के घरवालों से जान पहचान किया। एक दिन चाय में नशीली दवा मिला दी। बेहोश होने पर उसने दुष्कर्म किया। इसके बाद वह देह व्यापार करवाने लगा। मुंशी पुलिया में उसके घर पर लोग आते थे, जो भी रुपया मिलता उससे विजय बद्री कुछ कपड़े दिलवा देता था।
निकाल लेता था खून भी किशोरियों को नशा कराने के बाद आरोपित विजय बद्री उनके शरीर पर ब्लेड मारकर खून निकालता था। इसके बाद खून अपने शरीर पर बंधी सफेद पट्टी पर लगाता था, जिससे लोगों को लगे कि उसके शरीर पर चोट लगी है। बताया गया कि कई लड़कियां अभी आरोपित के कब्जे में हैं।
इसने मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी किशोरियों की मां ने विजय बद्री पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि आरोपित ने उनकी बेटियों की जिंदगी बर्बाद की है। आरपीएफ उपनिरीक्षक बंशीधर यादव ने गाजीपुर थाने में रेलवे की ओर से प्राथमिक दर्ज कराई है।