राफेल डील से संबंधित दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी नहीं हुए, कागजात की फोटोकापी का इस्तेमाल हुआ : अटॉर्नी जनरल
नई दिल्ली। अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने अब दावा किया कि राफेल डील से संबंधित दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी नहीं हुए हैं बल्कि सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए अपने जवाब में उनका मतलब था कि याचिकाकर्ताओं ने अपनी आवेदन में ‘वास्तविक कागजातों की फोटोकॉपी’ का इस्तेमाल किया। ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट में केके वेणुगोपाल के ‘पेपर चोरी’ होने संबंधी बयान के बाद विपक्ष केंद्र सरकार को घेरने में जुट गया है। इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर सरकार और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने मांग की कि इतने महत्वपूर्ण संवेदनशील कागजात पेपर के चोरी होने की आपराधिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सुप्रीम कोर्ट में बहस के दौरान कहा गया था कि राफेल से संबंधित पेपर रक्षा मंत्रालय से चोरी हुए हैं। यह पूरी तरह गलत है। कागजात चोरी होने संबंधित बयान पूरी तरह गलत हैं। केके वेणुगोपाल ने कहा कि यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की पुनर्विचार याचिका में राफेल सौदे से संबंधित तीन दस्तावेज पेश किए, जो वास्तविक दस्तावेजों की फोटोकॉपी थे। सूत्रों का कहना है कि अटॉर्नी जनरल द्वारा ‘चोरी’ शब्द के इस्तेमाल से बचा जा सकता था।