सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में कांग्रेस ने अमित शाह को फंसाया: स्मृति ईरानी
नई दिल्ली। भाजपा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को राजनीतिक रूप से खत्म करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने सीबीआइ का इस्तेमाल किया ताकि सोहराबुद्दीन शेख मामले में सुबूतों का निर्माण किया जा सके। लेकिन अमित शाह इस अग्निपरीक्षा से सकुशल निकल आए। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, कांग्रेस और उसकी तत्कालीन अध्यक्ष की राजनीतिक साजिश के तहत सीबीआइ ने अमित शाह (गुजरात के तत्कालीन गृह राज्यमंत्री) को निशाना बनाया था। क्योंकि कांग्रेस उस समय गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को राजनीतिक प्रतिद्वंदी के तौर पर देख रही थी। यह इस बात का उदाहरण है कि कांग्रेस अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को खत्म करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। यहां तक कि कांग्रेस इसके लिए न्याय और संविधान को भी कुचल सकती है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर ट्वीट के जरिये आतंकियों का समर्थन करने का आरोप भी लगाया। सोहराबुद्दीन मामले में अदालत से सभी आरोपितों के बरी होने के बाद राहुल ने ट्वीट किया था, ‘हरेन पांड्या, तुलसीराम प्रजापति, जस्टिस लोया, प्रकाश थोम्ब्रे, श्रीकांत खंदालकर, कौसर बी और सोहराबुद्दीन शेख को किसी ने नहीं मारा। वे सिर्फ मर गए।’ स्मृति ने कहा कि सत्ता हासिल करने की राह में जो भी आएगा कांग्रेस उसे नहीं छोड़ेगी। कांग्रेस सत्ता का इस्तेमाल लोगों की भलाई के लिए नहीं बल्कि ‘एक परिवार’ की सेवा के लिए करती है। उन्होंने कहा कि अमित शाह को बरी किए जाने के खिलाफ कार्यकर्ता हर्ष मंदर ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। उन्होंने दावा किया कि हर्ष मंदर सोनिया गांधी की ‘किचन कैबिनेट’ के सदस्य थे।