बड़ा खुलासा: बिहार बोर्ड के मैट्रिक की 42000 कॉपियां कैसे गायब हो गईं
पटना । गोपालगंज के एसएस बालिका विद्यालय के मूल्यांकन केंद्र से बिहार बोर्ड के मैट्रिक की 42000 कॉपियां कैसे गायब हो गईं, इसका बड़ा खुलासा हुआ है। इसका खुलासा कबाड़ीवाले ने किया है। उसने अपना गुनाह स्वीकार करते हुए बताया है कि विद्यालय के चपरासी छट्ठू सिंह ने 85 हजार रुपये में हमारे हाथों कॉपियां बेच दी थीं। उसने बताया कि मैं एक अॉटोरिक्शा में देर रात बैठकर स्कूल पहुंचा था जहां से छट्ठू सिंह ने मुझे कॉपियां दीं और मैं अॉटोरिक्शा से कॉपियां ले आया था। इस मामले में अॉटोचालक संतोष कुमार और कबाड़ी वाला पप्पू को गिरफ्तार कर लिया गया है।
शुक्रवार को हाईकोर्ट ने लिया था संज्ञान, राज्य सरकार को किया तलब गोपालगंज के एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल के स्ट्रांग रूम से मैट्रिक की 42000 कापियां चोरी होने के मामले का पटना हाई कोर्ट ने शुक्रवार को संज्ञान लिया। कोर्ट राज्य सरकार से एक महीने के अंदर पूरे मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है 20 जून को अखबारों में प्रकाशित कुछ ख़बरों के आधार पर मुख्य न्यायाधीश राजेन्द्र मेनन एवं न्यायाधीश राजीव रंजन प्रसाद की दो सदस्यीय खंडपीठ ने इस लोकहित याचिका मानते हुए कार्यवाही शुरू की है। अधिवक्ता दीनू कुमार ने अदालत को बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है। अदालत को हस्तक्षेप कर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने ने कहा कि कापियों के गायब होने से मैट्रिक का रिजल्ट हफ्ते भर लेट हो गया है।इतना ही नहीं मैट्रिक की कॉपी गायब होने के मामले में सिर्फ दिखावे के लिए विशेष टीम गठित की गयी है। कापियों की जाँच के बाद इन्हें विद्यालय में बनाये गए स्ट्रांग रूम में रखा गया था। मंगलवार को स्कूल के प्राचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को बोर्ड ने पूछताछ करने के लिए बुलाया था।
स्कूल की झाड़ियों में मिले थे कॉपियों के 200 खाली बैग बता दें कि एसएस बालिका प्लस टू स्कूल के मूल्यांकन केंद्र से 42000 कॉपियों के गायब होने के मामले में पांचवें दिन एसआईटी की टीम ने पुलिस अधिकारियों के साथ स्कूल परिसर को खंगाला। इस दौरान पुलिस ने स्कूल के कैंपस की झाड़ियों से कॉपियों का 200 खाली बैग बरामद किया है।