पुलिस को शक हे कि ताहिर जामिया इलाके में छिपा है, हवलदार रतन लाल के हत्यारे का भी मिला सुराग
नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में गत 24 फरवरी को वजीराबाद रोड पर हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस के हवलदार रतन लाल को सामने से सिने में गोली मार हत्या करने वाले उपद्रवियों के बारे में क्राइम ब्रांच को अहम सुराग मिला है। डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा को बचाने के दौरान हवलदार घायल हो गए थे। पहले तो लगा था कि सिर पर पत्थर के चोट लगने से उनकी मौत हुई है बाद में पोस्टमार्टम से पता चला था कि गोली लगने से उनकी मौत हुई थी। भीषण पथराव होने के कारण घटना की वीडियोग्राफी नहीं कराई गई थी। जिससे फुटेज से पता नहीं चल पाया है कि रतन लाल को किसने गोली मारी थी। आठ दिन बाद अहम सुराग मिलने से क्राइम ब्रांच को उम्मीद है कि जल्द हत्यारे तक पहुंच उसे दबोच लिया जाएगा।
क्या जामिया इलाके में छिपा है ताहिर? 25 फरवरी को दंगे के दौरान आइबी के सिपाही अंकित शर्मा के हत्या आरोपित आम आदमी पार्टी के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन व हवलदार दीपक दहिया पर पिस्टल तानने वाले शाहरूख को अब तक दिल्ली पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस को शक हे कि ताहिर जामिया इलाके में छिपा है। वहां उनके कई रिश्तेदार रहते हैं। पुलिस लगातार उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। शाहरूख की तलाश में दिल्ली, पंजाब व उत्तर प्रदेश में स्पेशल सेल छापेमारी कर रही है। उपद्रवियों की धर पकड़ की कार्रवाई उत्तर-पूर्वी जिला पुलिस तेजी से कर रही है।
धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं हालात उधर हिंसा प्रभावित इलाके में हालात अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं। शिव विहार, उस्मानपुर के गढ़ी मेंडू़, ब्रह्मपुरी के गली नंबर एक, भजनपुरा, करावल नगर, खजूरीखास व घोंडा आदि कुछ इलाकों को छोड़ बाकी इलाके में रहने वाले लोगों की जिंदगी अब पटरी पर लौटने लगी है। जहां हिंसा के नौ दिन बाद भी तनाव का माहौल है वहां पुलिस व पैरा मिलिट्री के जवान पहले की तरह ही मुस्तैद है। जिन इलाकों में हालात सामान्य हो रहे हैं वहां की गलियों से पैरा मिलिट्री हटा दिए गए और उन्हें सड़कों व चौराहे पर मुस्तैद कर दिए गए हैं।
पुलिस पूरी नजर उत्तर-पूर्वी जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों पर दिल्ली पुलिस स्पेशल ब्रांच की पूरी नजर उत्तर-पूर्वी जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों पर है। स्पेशल ब्रांच के कर्मी दिन रात खुफिया जानकारी जुटा आला अधिकारियों को अवगत करा रहे हैं। पुलिस की पूरी कोशश है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कहीं दोबारा हिंसा न भड़के। अगर इसकी नौबत आती भी है तो पुलिस को पहले पता लग जाए। वहीं, आठ दिन बाद सोमवार को उत्तर-पूर्वी जिले में सरकारी व निजी बैंक खुले। गत सोमवार से सभी बैंक बंद पड़े थे। शिव विहार व उस्मानपुर आदि कुछ इलाकों को छोड़ बाकी सभी जगहों के एटीएम चालू कर दिए।