संस्कृति विभाग के पंचांग पर कांग्रेस का सदन मे हंगामा, वॉकआउट
गैरसैंण, चमोली : संस्कृति विभाग द्वारा जारी पंचांग पर शुक्रवार को विधानसभा में विपक्ष कांग्रेस ने जमकर हंगामा काटा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस पंचांग में केवल संघ से जुड़ी विभूतियों के जन्मदिवस का जिक्र है, जबकि देश की आजादी में योगदान देने वाली विभूतियों को नजरंदाज किया गया है।
सरकार सदन में कांग्रेस के इस हमले से असहज नजर आई। हालांकि सरकार की तरफ से जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि पंचांग में हर माह महान विभूतियों की जयंती व पुण्यतिथि का जिक्र है। इस जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया।
भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस ने इस मामले में नियम 310 के अंतर्गत सभी काम रोक कर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। पीठ द्वारा दी गई व्यवस्था के तहत नियम 58 की ग्राह्यता पर चर्चा करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नववर्ष का जो पंचांग जारी किया है, उसमें केवल संघ से जुड़े महानुभावों के जन्मदिवस का जिक्र किया गया है।
इसमें डॉ. केवी हेडगेवार, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, माधव सदाशिव गोलवलकर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, मधुकर दत्तात्रेय देवरस, राजेंद्र सिंह ‘रज्जू भैय्या’ व कृपाहली सीतारमैया ‘सुदर्शन’ के नाम शामिल हैं। देश में ऐसी कई महान विभूतियां हैं जिनका इसमें जिक्र तक नहीं किया गया है। यहां तक कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तक का नाम इसमें शामिल नहीं है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि यह पंचांग किसी पार्टी विशेष का होता तो अलग बात थी, लेकिन यह सरकार द्वारा जारी पंचाग है।
इसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के नाम का जिक्र नहीं है। डॉ. भीमराव आंबेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल आदि महापुरुषों के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा इन्हें तक भूल गई। सरकारी प्रकाशनों में इस तरह का भेदभाव करने वालों को जनता माफ नहीं करेगी। उन्होंने सरकार से तत्काल इसमें संशोधन की मांग की।
इस दौरान हालांकि पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज भी सदन में मौजूद थे, लेकिन कांग्रेस के इस हमले का जवाब देने के लिए मोर्चा संभाला संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत ने। उन्होंने कहा कि पंचाग में ऐसे नाम जोड़े गए हैं जिनके प्रति समाज कृतज्ञ है। इसके लिए वे संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज का धन्यवाद भी करते हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक महापुरुषों की बात है तो हर माह के कैलेंडर में इनकी जयंती व पुण्यतिथि का जिक्र है। इस जवाब से कांग्रेस विधायक काफी असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने सरकार पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए वॉकआउट कर दिया।