जिला एवं महानगर मुख्यालयों में 9 जनवरी को सरकार के पुतले फूंकेगी कांग्रेस
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के आह्वान पर अंकिता भंडारी हत्याकांड के वीआईपी एवं रिसार्ट पर बुलडोजर चलाकर सबूत नष्ट करने वालों की जांच की मांग को लेकर 9 जनवरी को कांग्रेसजनों द्वारा प्रदेशभर के जिला एवं महानगर मुख्यालयों में भाजपा सरकार का पुतला दहन करते हुए जांच की मांग को लेकर जिलाधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया जायेगा।
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि दिनांक 19 सितम्बर, 2022 को उत्तराखण्ड राज्य में जनपद पौडी गढ़वाल के अन्तर्गत यमकेश्वर ब्लाक में घटित अंकिता हत्याकाण्ड के जघन्य अपराध की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली तथा देवभूमि उत्तराखण्ड की अस्मिता को कलंकित करने वाली घटना है। कांग्रेस पार्टी इस घृणित हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा दिये जाने की मांग करती आ रही है ताकि इस प्रकार के अपराध करने वालों के लिए एक नजीर साबित हो। परन्तु राज्य की भाजपा सरकार लगातार दोषियों को बचाने का काम कर रही है। इसी के विरोध में कांग्रेसजनों द्वारा प्रदेश के सभी जिला एवं महानगर मुख्यालयों में सरकार का पुतला दहन कर स्व0 अंकिता भण्डारी के पिता द्वारा अपने पत्र में उल्लिखित वीआईपी एवं सबूत नष्ट करने वालों की जांच कराये जाने की सरकार से मांग की जायेगी।
मथुरादत्त जोशी ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता की निर्मम हत्या करने वाले अपराधियों को इतना वक्त दिया गया कि वह साक्ष्य मिटा सके, एक महत्वपूर्ण साक्ष्य बुलडोजर से तोड़कर नष्ट कर दिया गया। जहां सीसी टीवी कैमरा सहित कई साक्ष्य कोर्ट में महत्वपूर्ण हो सकते थे। अपराधियों के मोबाइल और उनके संरक्षकों के मोबाइल गायब बताए जा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी हत्याकांड के पहले दिन से ही आशंका व्यक्त कर रही थी कि हत्याकांड से सम्बन्धित सबूथ नष्ट किए जा सकते हैं। सबूत नष्ट करने के सवाल पर समाचार चौनलों में विपक्ष द्वारा पूछे जाने पर सरकार की ओर से मामले के न्यायालय में होने का हवाला दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मृतका के पोस्टमार्टम में महिला डॉक्टर को सम्मिलित न करना भी हत्याकांड के रहस्य को और गहरा कर रहा है। उन्होंने कहा कि घटना के दिन से ही इस मामले में सत्ताधारी दल के लोगों की संलिप्तता साफ जाहिर हो रही है।