Uttarakhand

शिक्षा का मकसद ही चरित्र निर्माण है- मुख्यमंत्री

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को रिंग रोड स्थित किसान भवन में पं.दीनदयाल उपाध्याय राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार वितरण समारोह में प्रतिभाग किया। उन्होंने मेधावी छात्रों एवं  उत्कृष्ट विद्यालयों को पुरस्कार प्रदान करने के साथ ही आनन्दम पाठ्यचर्या से सम्बन्धित पुस्तकों का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने बोर्ड परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा 2018 में हाईस्कूल एवं इण्टर की बोर्ड परीक्षा में प्रथम 10 स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। हाईस्कूल की परीक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को क्रमशः 15 हजार रूपये, 11 हजार रूपये एवं 08 हजार रूपये की धनराशि तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया जबकि चौथे से दसवें स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को 5100 रूपये एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। जबकि इण्टरमीडिएट की परीक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को क्रमशः 21 हजार रूपये, 15 हजार रूपये एवं 11 हजार रूपये की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र एवं मुख्यमंत्री ट्राफी तथा 6-6 पुस्तकों का सेट प्रदान किये गये। जबकि चौथे से दसवें स्थान प्राप्त करने वालों को 5100 रूपये की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। दसवीं की कक्षा में राणा प्रताप इण्टर कॉलेज खटीमा की छात्रा काजल प्रजापति को प्रथम स्थान, पी.पी.एस.वी.एम.आई.सी नानकमत्ता के रोहित चन्द्र जोशी को द्वितीय स्थान एवं टी.एस.एस.बी.वी.एम.आई.सी काशीपुर के अमरीन मंसूरी को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें सम्मानित किया।  जबकि इण्टरमीडिएट की परीक्षा में आर.एल.एस चौहान एस.वी.एम.आई.सी जसपुर की कु0 दिव्यांशी राज को प्रथम, डी.एम.जी.ए.आई.सी. खटीमा के सचिन चन्द को द्वितीय तथा जीआईसी हलसौन कोरार, नैनीताल के गर्वित कुमार को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा 2019 में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले छात्र एवं छात्राओं को भी मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने सम्मानित किया। दसवीं की कक्षा में एम.वी.एम.आई.सी नथुवावाला की अनन्ता सकलानी, एम.वी.एम.आई.सी ऋषिकेश के अर्पित बर्थवाल को द्वितीय तथा एस.वी.एम इण्टर कालेज सितारगंज की सुरभि गहतोड़ी को तृतीय स्थान प्राप्त करने, जबकि इण्टरमीडिएट परिक्षा 2019 में एस.वी.एम.आई.सी.एस चिन्यालीसौड़ की शताक्षी तिवारी को प्रथम, इसी विद्यालय से सक्षम को द्वितीय तथा के.एन.उप्रेती रा0आ0इ0का पिथौरागढ़ के हरीश सिंह बोहरा को तृतीय स्थान प्राप्त होने पर सम्मानित किया गया।

हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा में अच्छा परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित  उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार के अन्तर्गत इण्टर स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय को रू0 10 लाख, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय को रू0 05 लाख एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यालय को 03 लाख तथा हाईस्कूल स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय को रू0 08 लाख, द्वितीय स्थान प्राप्त करने करने वाले विद्यालय को 04 लाख रूपए एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय को 02 लाख उक्त विद्यालय को मुख्यमंत्री ट्राफी भी प्रदान की। इस क्रम में वर्ष 2018 में हाईस्कूल स्तर पर प्रथम बार पुरस्कृत होने वाले तथा प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले डी0एम0जी0ए0आई0सी छिन्की फॉर्म खटीमा को रू0 5 लाख को चेक प्रदान किया गया  तथा इण्टर स्तर पर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय ग्लोरल एस0एस0डीडीहाट पिथौरागढ़ को रू0 08 लाख एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय जीनियस पब्लिक स्कूल पुरोला को 04 लाख का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी क्रम में वर्ष 2019 में उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार में प्रथम बार हाईस्कूल स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय एन.एम.वी.आई.सी भागीरथपुरम, टिहरी गढ़वाल को 02 लाख का नगद पुरस्कार एवं मुख्यमंत्री ट्रॉफी से सम्मानित किया जायेगा। परिषदीय परीक्षा में उत्कृष्ट परीक्षाफल देने वाले 50-50 हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट विद्यालयों को उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार के रूप में मोमेन्टो एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री ने पर्यावरण के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए विद्यालयों को प्रदान किया तरूश्री सम्मान। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए रा0इ0का0 वोदनी चमोली, रा.इ.का. कठगरिया हल्द्वानी तथा रा0जुनियर हाईस्कूल मटीना बागेश्वर को एक-एक लाख की धनराशि भी प्रदान की।
शिक्षा का मकसद ही चरित्र निर्माण है- मुख्यमंत्री  मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि सफलता तथा असफलता में बहुत कम फासला होता है। सफलता के लिए छात्रों को अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा। जिन छात्रों ने मेरिट मे स्थान बनाया है उन्हें आगे भी अपने को मेरिट में रखना होगा। उनकी सफलता अन्य छात्रों को भी प्रेरणा प्रदान करेगी। छात्रों को चरित्रवान बनने के लिये उन्होंने महर्षि अरविन्द घोष का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में सफलता के लिए व्यक्ति निर्माण तथा चरित्र निर्माण पर ध्यान देने की बात कही है। शिक्षा का मकसद ही चरित्र निर्माण है। उन्होंने कहा कि शिक्षक की समाज के प्रति ज्यादा जिम्मेदारी रहती है इसीलिये उनका समाज में विशिष्ट स्थान है। उन्होंने छात्रों से नशे की आदतो से दूर रहने की अपेक्षा करते हुए कहा कि अपने संस्थान, अध्यापकों व माता-पिता के नाम को आगे बढ़ाने का दायित्व भी उनका है। इस प्रकार बेहतर समाज के निर्माण में भी वे भागीदार बन सकेंगे।    शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डे ने छात्रों से जीवन मे हतास न होने तथा हौसला बनाये रखने को कहा। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा की बेहतरी के लिये कारगर प्रयास किये जा रहे हैं। सबके लिये समान पाठ्यक्रम की व्यवस्था के तहत स्कूलों मे एनसीईआरटी की पुस्तके तथा पाठ्यक्रम लागू किया गया है।
सचिव शिक्षा डॉ. आर.मीनाक्षी सुन्दरम ने कहा कि छात्रों के बौद्धित व मानसिक विकास के साथ ही उनके भावात्मक पोषण हेतु राज्य मे आनन्दम पाठ्यचर्या का शुभारम्भ किया गया है। इसके लिये एस0सी0ई0आर0टी0 ने पाठ्यक्रम तैयार कर शिक्षकों तथा छात्रों के लिए उपयोगी पुस्तकों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। इस अवसर पर विधायक  सुरेन्द्र सिंह नेगी, निदेशक विद्यालयी शिक्षा श्री आर0के0कुंवर, निदेशक अकादमिक शिक्षा सीमा जौनसारी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र एवं अभिभावकगण उपस्थित थे।

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